नई दिल्ली,सीबीआई ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के भागने में सीबीआई के किसी अधिकारी का हाथ नहीं है। सीबीआई ने कहा कि पहले भी बताया गया है कि विजय माल्या के खिलाफ एलओसी बदलने का निर्णय उस समय लिया गया था जब सीबीआई के पास उन्हें हिरासत में लेने और गिरफ्तार करने के लिए पर्याप्त आधार नहीं थे। इसी के साथ सीबीआई का कहना है, ‘यह निर्णय उचित स्तर पर प्रक्रिया के तहत लिया गया था आरोपों के मुताबिक अधिकारी द्वारा व्यक्तिगत रूप से नहीं किया गया।’
इसके बाद सीबीआई ने नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को भगाने में अपनी संलिप्तता का भी खंडन किया। उन्होंने कहा, ‘पीएनबी ने उनके (नीरव मोदी और मेहुल चौकसी) देश से भाग जाने के एक महीने बाद शिकायत दर्ज कराई थी। ऐसे में सवाल ही नहीं उठता की उनके भागने में किसी सीबीआई अधिकारी ने मदद की हो।’ इसी के साथ सीबीआई ने कहा कि बैंक से शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने तत्काल कार्रवाई की थी।
ज्ञात रहे कि शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और विजय माल्या के भागने में सीबीआई के संयुक्त निदेशक ए के शर्मा के शामिल होने की बात कही थी। राहुल ने शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी बताया था।