हरेन पांड्या के हत्यारे फारूख देवाड़ीवाला को दुबई पुलिस ने भारत की जगह पाक को सौंपा

मुंबई,भाजपा नेता हरेन पांड्या की हत्या की साजिश रचने वाले फारूख देवाड़ीवाला को दुबई पुलिस ने भारत को न देकर पाकिस्तान को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार देवाडीवाला के साथ करीब 15 दिन पहले मोहम्मद अली रोड का जिम मालिक सैम भी पाकिस्तान पहुंचने में कामयाब हुआ है।
इन दोनों को तीन महीने पहले भारतीय खुफिया एजेंसियों की टिप पर दुबई में गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों ने जोगेश्वरी के फैजल खान और गांधीधाम के अल्लारखा के साथ भारत में फिदायीन हमले की साजिश रची थी। फैजल और अल्लारखा को दो महीने पहले महाराष्ट्र एटीएस ने गिरफ्तार किया था। फैजल को रेलवे ट्रैक उड़ाने की भी पाकिस्तान में करीब डेढ़ महीने तक ट्रेनिंग दी गई थी। जिस पाकिस्तानी आतंकवादी ने हरेन पंड्या का कत्ल किया था, वह मुंबई में फारूख देवाडीवाला के घर ही रहा था। फारूख देवाड़ीवाला सिर्फ डी कंपनी के लिए ही नहीं, पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भी काम कर रहा था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि आईएसआई ने ही उसका व उसके साथी सैम का पाकिस्तान पासपोर्ट बनवाया था और दुबई पुलिस पर अपना प्रभाव डालकर और दोनों को पाकिस्तानी बताकर वहां की जेल से छुड़वा लिया। अब दोनों वहां आजाद घूम रहे हैं।
इस अधिकारी के अनुसार, दुबई पुलिस को कायदे से भारतीय जांच एजेंसियों से भी फारूख देवाड़ीवाला से जुड़े दस्तावेज मंगवाने चाहिए थे, पर वहां की पुलिस ने भारत को धोखा देकर पाकिस्तान के झूठे दस्तावेजों को सही माना और फारूख व उसके साथी को पाकिस्तान को सौंप दिया। जिस फैजल खान ने पाकिस्तान में फारूख देवाड़ीवाला के कहने पर फिदायीन ट्रेनिंग ली, वह रिश्ते में उसका कजन लगता है। गांधीधाम से दो महीने पहले जिस अल्लारखा को पकड़ा गया था, वह मिर्जा फैजल का बचपन का दोस्त है। दोनों जोगेश्वरी में बचपन में एक साथ रहते थे। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, अल्लारखा को पता था कि मिर्जा फैजल का कजन दुबई में है। उसने उसके जरिए वहां काम दिलवाने की बात कही।
फारूख देवाड़ीवाला को जब पता चला कि अल्लारखा ड्राइवर है, तो उसे यह अपने काम का आदमी लगा। उसने उसका ब्रेनवॉश किया और उससे कहा कि सूरत में तुम्हें विस्फोट और हथियारों का जखीरा मिलेगा। उसे तुम्हें जहां-जहां हम बताएंगे, वहां पहुंचाना होगा। वह इसके लिए तैयार हो गया। इसके बाद करीब तीन महीने पहले उसका पासपोर्ट बनवाया गया और मिर्जा फैजल की तरह ही उसे भी पाकिस्तान में फिदायीन ट्रेनिंग के लिए भेजने का फैसला किया गया, पर पाकिस्तान जाने से पहले ही वह गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन फैजल को फारूख देवाड़ीवाला पाकिस्तान भेजने और वहां फिदायीन ट्रेनिंग दिलवाने में कामयाब हो गया। एक अधिकारी ने कहा कि दुबई से बाया कराची नैरोबी जाने वाली फ्लाइट में फैजल को बैठाया गया। कराची एयरपोर्ट पर आईएसआई के लोगों ने उसे उतार लिया और उसका पासपोर्ट अपने कब्जे में ले लिया। कराची में फिर एक डमी यात्री को फैजल की जगह नैरोबी भेजा गया। नैरोबी में पासपोर्ट पर वहां की मोहर लगने के बाद वह डमी पाकिस्तान लौट आया। इस बीच फैजल को कराची से रावलपिंडी ले जाया गया। वहां ‘सेठ’ उपनाम वाले किसी व्यक्ति के घर में एक दिन ठहराया गया। उसके बाद उसे ट्रेनिंग के लिए किसी अज्ञात जगह ले जाया गया। करीब तीन हफ्ते तक चली ट्रेनिंग में उसे एके-47 चलाने की प्रैक्टिस तो कराई ही गई, उसे बम धमाके कैसे करने हैं, उसके बारे में भी बताया गया।

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