वाराणसी,भारत के मशहूर डीएनए वैज्ञानिक और काशी हिंदी विश्वविद्यालय (बीएचयू) के पूर्व कुलपति डॉ. लालजी सिंह का 70 साल की उम्र में निधन हो गया है। डीएनए फिंगरप्रिंट के जनक लालजी सिंह हैदराबाद के सेलुलर और आणविक जीव विज्ञान केंद्र के पूर्व निदेशक भी रह चुके हैं। डॉ. लालजी सिंह को डीएनए फिंगरप्रिटिंग का जनक कहा जाता है। वह जौनपुर के रहने वाले थे। मिवह तीन दिन पहले ही जौनपुर स्थित अपने गांव आए थे। वहां से हैदराबाद जा रहे थे। वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर उनको दिल का दौरा पड़ा, जहां से उन्हें आनन-फानन में बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। डॉ. लालजी सिंह ने ही पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद उनके शव का डीएनए टेस्ट किया था।
DNA फिंगरप्रिंटिंग के जनक डॉ. लालजी सिंह का निधन
