क्वेटा,शुक्रवार को कुछ अज्ञात लोगों ने ग्वादर पोर्ट पर काम करने वाले श्रमिकों के हास्टल पर ग्रेनेड से हमला कर दिया। इस घटना में 26 लोग घायल हो गए। घटना ने चीन की रोड परियोजना से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं को बढ़ा दिया है। इस हमले की अब तक किसी ने जिम्मदारी नहीं ली है। प्राकृतिक गैस की बहुतायत वाले दक्षिण पश्चिमी बलूचिस्तान में बनाया जा रहा यह पोर्ट ऊर्जा और यातायात के लिहाज से महत्वपूर्ण है। यह बंदरगाह पश्चिमी चीन को मध्यपूर्व और यूरोपीय देशों को जल मार्ग से जोड़ देगा। पुलिस अधिकारी इमामबक्श ने बताया कि श्रमिक उस समय रात्रि का भोजन कर रहे थे, जब मोटरसाइकिलों पर सवार कुछ लोग वहां पहुंचे और ग्रेनेड से हमला कर दिया। पृथकतावादी विद्रोही अरब सागर में विकसित किए जा रहे ग्वादर पोर्ट समेत इस क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के दोहन का काफी समय से विरोध करते रहे हैं। इसके अलावा बलूचिस्तान में इस्लामिक आतंकी भी सक्रिय हैं। इस राज्य की सीमा अफगानिस्तान और ईरान दोनों देशों से लगती है। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि आतंकी चीनी आर्थिक गलियारे के पाकिस्तान से होकर गुजरने का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से अब तक 50 से अधिक पाकिस्तानी श्रमिकों की हत्या की जा चुकी है। पाकिस्तान ने चीन को आश्वासन दिया है कि वह 57 बिलियन डालर की इस परियोजना को सुरक्षा उपलब्ध कराएगा।
क्वेटा से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित मस्तंग कस्बे में किए एक अन्य ग्रेनेड हमले 15 लोग घायल हो गए हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीसरे हमले में एक मोटरसाइकिल सवार बंदूकधारी ने अर्धसैनिक बल के जवानों को निशाना बना कर गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिसमें एक जवान की मौत हो गई, जबकि चार अन्य घायल हो गए। बुधवार को आत्मघाती कार बम हमले में पुलिस बल के पांच जवान मारे गए। विस्फोट में दो पदयात्रियों की भी मौत हो गई। पाकिस्तान तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।