मुंबई, विवादित इस्लामी उपदेशक जाकिर नाईक की 25 करोड़ की संपत्तियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की नजर है। बहुत जल्द इन्हें जब्त करने की कार्रवाई शुरू हो सकती है। उसकी पांच संपत्तियां पुणे व मुंबई के पॉश इलाकों में स्थित हैं। सूत्रों का कहना है कि इन पांच संपत्तियों की पहचान अप्रैल से अगस्त माह के दौरान की गई। ये संपत्तियां जाकिर नाइक के नाते-रिश्तेदारों व सहयोगियों के नाम पर की गई हैं।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग के मामले में जाकिर नाइक के एनजीओ आईआरएफ की 18.37 करोड रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। एजेंसी ने नाइक के एनजीओ आइआरएफ के नाम पर पांच बैंकों खातों में जमा 1.23 करोड़ रुपये और करीब 9.41 करोड़ रुपये के फंड कुर्क किए थे। आदेश के तहत इस्लामिक एजुकेशन ट्रस्ट चेन्नाई की 7.05 करोड़ रुपये की एक स्कूल इमारत तथा मैसर्स हार्मनी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर 68 लाख रुपये की एक गोदाम की इमारत को भी कुर्क किया था। ईडी ने कहा कि यह संपत्ति उनकी संलिप्तता को देखते हुए कुर्क की गई।
एनआईए की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पिछले दिसंबर में नाइक तथा अन्य के खिलाफ ईडी ने एक आपराधिक मामला दर्ज किया था। एजेंसी ने उसके सामने हाजिर होने के लिए नाइक को चार समन भेजे थे, लेकिन उपदेशक ने उन्हें नजरअंदाज किया। इससे पहले इस मामले में नाइक के करीबी अमीर अब्दुल एम गजदर को गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह जमानत पर रिहा है।