लखनऊ, योगी सरकार ने राज्य कर्मचारियों के लिए बोनस के रूप में दीपावली का तोहफा दिया है। कर्मचारियों को 6908 रुपये बोनस घोषित किया गया है। सरकार दीपावली के पहले ही कर्मचारियों को बोनस की 25 फीसद धनराशि का भुगतान कर देगी। शेष राशि कर्मचारियों के भविष्य निधि (जीपीएफ) खाते में जायेगी। 30 अप्रैल 2018 तक रिटायर हो रहे कर्मचारियों को बोनस की पूरी धनराशि नकद मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वित्त विभाग से दो दिन पहले बोनस के सम्बंध में भेजी गई पत्रावली को मंजूरी दी। दीपावली के पहले बोनस की घोषणा से कर्मचारी खासे खुश हैं। सरकार ने वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए 6908 रूपए बोनस की घोषणा की है। इससे सरकार के खजाने पर 967 करोड़ रुपये का व्यय भार पड़ेगा। सरकार के इस फैसले के मद्देनजर वित्त विभाग के सचिव मुकेश मित्तल ने शासनादेश जारी कर दिया है। शासनादेश के मुताबिक राज्य के सभी पूर्णकालित अराजपत्रित राज्य कर्मियों,सरकारी विभागों के कार्य प्रभारित कर्मियों, सहायता प्राप्त शिक्षण एवं प्राविधिक शिक्षण संस्थाओं, स्थानीय निकायों, जिला पंचायतों में कार्यरत कर्मचारियों को सातवें वेतन में अधिकतम वेतन मैट्रिक्स में लेबल 8 में पूर्वपुनरीक्षित वेतनमान में 4800 ग्रेड पे वाले अराजपत्रित कर्मचारियों को ही बोनस मिलेगा। शासनादेश के मुताबिक कर्मचारियों को सरकार ने 30 दिन के वेतन के बराबर बोनस की घोषणा की है। मगर इसकी अधिकतम धनराशि केन्द्र सरकार के समान ही 7000 रुपये की परिकल्पित परिलब्धि मानकर 6908 रुपये तय किया गया है। बोनस की इस धनराशि की 25 फीसद राशि यानि 1727 रुपये का कर्मचारियों को नकद भुगतान होगा। शेष 75 फीसद राशि कर्मचारियों के जीपीएफ खाते में जमा होगी। ऐसे कर्मचारी जिनका जीपीएफ खाता नहीं हैं उन्हें 75 फीसद शेष राशि का भुगतान नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) के रूप में किया जायेगा। सरकार ने दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को बोनस देने का फैसला लिया है। मगर इसके लिए शर्त तय की है। इस सम्बंध में शासनादेश में कहा गया है कि 31 मार्च 2017 को तीन साल अथवा उससे अधिक समय तक लगातार कार्य और हर साल में 240 दिन कार्यरत रहने वाले दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी को 1184 रुपये बोनस के रूप में देय मिलेगा। शासनादेश के मुताबिक 31 मार्च 2017 के बाद रिटायर हो चुके और 30 अप्रैल 2018 तक सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को बोनस की पूरी धनराशि नकद भुगतान की जायेगी।