मुजफ्फरपुर,भाजपा के साथ मिल कर गठबंधन सरकार बनाने के नीतीश कुमार के फैसले का सार्वजनिक विरोध करने वाले शरद यादव ने संवाद यात्रा के दूसरे दिन लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह पार्टी से निकाले जाने की आशंका से भयभीत नहीं है।शरद यादव ने कहा कि उन्होंने जीवन भर मुद्दों की राजनीति की है।इस लिए वह किसी से नहीं डरते।उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से अब सुलह-सफाई की संभावना पूरी तरह खत्म हो गई है।उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अब भी महागठबंधन के साथ हैं। संवाद यात्रा के दौरान जेडीयू के पूर्व सांसद अर्जुन राय और पूर्व विधायक रमई राम भी उनके साथ रहे। मुजफ्फरनगर से दरभंगा और मधुबनी जाते समय शरद यादव ने अनेक स्थानों पर बैठकों को संबोधित किया।उनकी बैठकों में बड़ी संख्या में आरजेडी और जदयू कार्यकर्ताओं की भीड़ देखी गई। राज्यसभा में जेडीयू संसदीय दल के नेता यादव ने कहा कुछ पार्टी नेता मुझे कार्रवाई का भय दिखा कर डरा रहे हैं।उन्होंने मुझे चेतावनी दी है कि नीतीश से बगावत की स्थिति में मेरा राजनीतिक भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
शरद यादव ने कहा ऐसे भय मुझे डराते नहीं हैं।मैंने बिना किसी भय के इंदिरा गांधी का सामना किया है।उन्होंने कहा नीतीश को लेकर मुझे भयभीत होने की जरूरत नहीं है।पूर्व जेडीयू अध्यक्ष यादव ने स्पष्ट किया कि उनके और नीतीश कुमार के बीच समझौते की अब कोई गुंजाइश नहीं बची है। भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाने का नीतीश का फैसला, जनता के साथ एक तरह का छल है। उन्होंने कहा कि मैं अब भी महागठबंधन के साथ हूं।हालांकि, सरकारी जेडीयू नीतीश कुमार के साथ है।अन्होंने अपनी बात को और साफ करते हुए कहा कि असली पार्टी मेरे साथ है।
शरद यादव ने कहा मैंने कई बार भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई है, चाहे वह 2जी घोटाला रहा हो, या राष्ट्रमंडल घोटाला हो, हवाला हो या आसाराम बापू का मामला हो।
शरद यादव ने कहा कि बिहार से शुरु हुई उनकी संवाद यात्रा देश के अन्य हिस्सों में भी जाएगी। जेडीयू के नेता शरद यादव की यात्रा से दूरी बनाए हुए हैं।साथ ही उनके स्वर अब यादव के क्रमश: कठोर होते जा रहे हैं। जेडीयू राज्य इकाई के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि वह भ्रष्टाचार का समर्थन कर रहे लालू के बेटों तेजस्वी और तेज प्रताप के ‘राजनीतिक चाचा’ बन गए हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी संगठन सही समय पर यादव के खिलाफ कार्रवाई करेगा।