रिश्तेदारों से परीक्षा दिलवाकर दो युवक पुलिस आरक्षक बने : अब धोखाधड़ी की कार्यवाही

इंदौर,करीब एक साल पहले पुलिस भर्ती में आरक्षक के पद पर चयनित हुए दो युवकों के खिलाफ कल शाम पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। बताया गया कि दोनों आरोपियों ने पुलिस भर्ती की परीक्षा में अपनी जगह किसी और को बिठाकर परीक्षा दिलवाई थी।
एक ओर जहां देश के सबसे बड़े व चर्चित व्यापम घोटाले के बाद सरकारी नौकरी से संबंधित परीक्षाओं में अत्यधिक सतर्कता बरती जा रही है वहीं दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो सबकी आंखों में धूल झोंककर पुलिस की नौकरी पाने में सफल भी हो गए। जांच कमेटी की सतर्वâता के कारण उनका भांडा पूâट गया। एएसपी रूपेश द्विवेदी के अनुसार सदर बाजार पुलिस ने कल शाम आरोपी विजय पिता बच्चूसिंह (भूतपूर्व नव आरक्षक १११०) व सोमवीर (भूतपूर्व नव आरक्षक ६३०) दोनों निवासी ग्राम गढ़ उमराव हाथरस (उ.प्र.) के खिलाफ धारा ४१९, ४२०, १२०-बी व ३/४ परीक्षा अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है। दोनों आरोपियों ने विगत १७ जुलाई २०१६ को प्रथम वाहिनी विशेष सदल बल पुलिस परिसर में आयोजित नवआरक्षक भर्ती परीक्षा में अपने स्थान पर अपने चचेरे भाईयों से परीक्षा दिलवाई थी। दोनों की भर्ती होने के बाद में जब भर्ती संबंधित दस्तावेजों की जांच पर मिलान किया तो आरोपियों के फोटो का मिलान नहीं हुआ। गहराई से छानबीन होने के बाद दोनों आरोपियों को विशेष कमेटी द्वारा की गई जांच में दोषी पाए जाने पर ये कार्यवाही की जा रही है। केस दर्ज होने के बाद पूरे मामले की विस्तार से जांच शुरू की गई। पुलिस अब आरोपियों के उन रिश्तेदारों को भी खोज रही है जिन्होंने इन लोगों की जगह परीक्षा दी थी।

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