अहमदाबाद, राज्य भर में स्वाइन फ्लू ने कहर बरपा रखा है| एक ही दिन में स्वाइन फ्लू से 7 लोगों की मौत से स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया है| पिछले 24 घंटों के दौरान अहमदाबाद में स्वाइन फ्लू तीन लोगों को निगल गया| जबकि स्वाइन फ्लू के और 47 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं| तीन मरीजों की मौत के साथ अहमदाबाद में बीते 10 दिनों के भीतर 15 और अब तक कुल 35 लोगों की स्वाइन फ्लू से मौत हो चुकी है| जबकि पॉजिटिव मामलों की संख्या 287 पर पहुंच गई है| इन मरीजों का अस्पताल में उपचार चल रहा है| अहमदाबाद के अलावा वडोदरा, सूरत और राजकोट में भी स्वाइन फ्लू के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं| राजकोट में स्वाइन फ्लू दो लोगों को निगल गया| जसदण में 50 वर्षीय महिला और अन्य एक शख्स की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई| बीते दिन महिला को बुखार की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई| स्वाइन फ्लू का रोग केवल महानगरों तक सीमित नहीं बल्कि उत्तरी गुजरात में साबरकांठा के प्रांतिज और मध्य गुजरात के आणंद तथा कच्छ तक पहुंच गया है| आणंद में स्वाइन फ्लू से अधेड़ की मौत हो गई, जिसका एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था| जारी वर्ष में स्वाइन फ्लू से आणंद में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है| जबकि 13 मरीजों की स्वाइन फ्लू रिपोर्ट पॉजिटिव आई है| कच्छ में आज एक चार साल की बच्चे की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई| कच्छ में हर दिन स्वाइन फ्लू के मामले सामने आ रहे हैं| आज भी स्वाइन फ्लू के तीन नए मामले सामने आए हैं| कच्छ में स्वाइन फ्लू के कुल पॉजिटिव केस का आंकड़ा 85 पर पहुंच गया है| कच्छ में अब तक स्वाइन फ्लू से 14 लोगों की मौत हो चुकी है| वहीं प्रांतिज के 7 वर्षीय बच्चे को स्वाइन फ्लू के उपचार के लिए अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है| स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू की रोकथाम की दिशा में प्रयास तेज कर दिए हैं|
इस बीच गांधीनगर के सिविल अस्पताल में स्वाइन फ्लू की रोकथाम के संदर्भ में कार्यक्रम हुआ| जिसमें विशेषज्ञों ने चिकित्साकर्मियों को स्वाइन फ्लू की रोकथाम के बारे में मार्गदर्शन दिया| कार्यक्रम में स्वास्थ्य राज्यमंत्री शंकर चौधरी भी मौजूद रहे| इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए हर प्रकार की कार्यवाही की जा रही है| उन्होंने यह दावा भी किया कि राज्य में स्वाइन फ्लू धीरे धीरे काबू में आ रहा है| उन्होंने कहा कि जामनगर, राजकोट और जूनागढ़ में स्वाइन फ्लू का ज्यादा असर था, जहां स्थिति अब नियंत्रण में है| शेष इलाकों में भी जल्द ही स्वाइन फ्लू पर काबू पाने के प्रयास किए जा रहे हैं|