लखनऊ, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री मोदी और योगी सरकार के खिलाफ यात्रा का आयोजन किया था। इसमें शामिल 175 गाडिय़ों का काफिला ने बुधवार को बाराबंकी टोल प्लाजा पर बिना टैक्स दिए ही निकल गया था। गुरुवार को अखिलेश की यात्रा में शामिल गाड़ियों के टोल टैक्स नहीं देने पर राजनीति गर्म हो गई है। मीडिया के द्वारा इस मामले में अखिलेश यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि वे लोग 200 गाडिय़ां बता रहे हैं। हम 1000 गाडिय़ों का टैक्स देने के लिए तैयार हैं पहले हमें वे टोल प्लाजा के फुटेज तो भेजें। मौके पर फायदा उठते हुए अखिलेश ने प्रदेश की योगी सरकार पर आरोप की झड़ी लगा दी। अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में लगातार गंभीर घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रधानमंत्री तक चुनाव में कह रहे थे कि थाना सपा के लोग चला रहे हैं। अब कौन लोग थाने चला रहे हैं। प्रदेश में फर्जी तरीके से पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा है। मदद नहीं जनता को न्याय चाहिए। डायल 100 व्यवस्था का सत्यानाश कर दिया। उधर सरकार भूमाफिया पर कार्रवाई करने की बात कर रही हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल है। अभी तक एक भी भूमाफिया का पता नहीं लगा सके।
बात दे कि बुधवार को फैजाबाद की ओर जा रहे पूर्व सीएम अखिलेश यादव का 200 वाहनों का काफिला अहमदपुर टोल प्लाजा से बुधवार को बिना टोल टैक्स अदा किए ही गुजर गया। विभाग को करीब 17 हजार रुपये राजस्व का नुकसान हुआ, इसके साथ ही काफी जाम लगने से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। लेन से 6 से 10 तक से होकर गुजरे वाहनों को रोककर टोल वसूलने के बजाए पुलिस व कई अधिकारी काफिले में ही शामिल हो गए। इस बारे में टोल प्लाजा मैनेजर अरुणेंद्र कुमार चौहान का कहना है कि पूर्व सीएम को भी टोल टैक्स में छूट दिए जाने का प्रावधान नहीं है इसलिए 310 रुपये प्रतिवाहन के हिसाब से 17 हजार टोल टैक्स अदा करना था। इस संबंध में शासन को लिखा जाएगा। इसके बाद इस घटना की सीसीटीवी फुटेज का सोशाल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। वहीं टोल अधिकारियों ने भी इस पर बयान दिया था कि अखिलेश यादव के काफिले में 175 गाडिय़ां शामिल थी, लेकिन किसी ने भी टोल टैक्स भरने की जरूरत नहीं समझी।