पटना, बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार को अपने पहनावे को लेकर सुप्रीम कोर्ट से डांट खानी पड़ी। कोर्ट ने उन्हें कार्रवाई के दौरान जरूरी शिष्टाचार का उल्लंघन करने के लिए कड़ी फटकार लगाई। उनके पहनावे से नाराज शीर्ष अदालत ने सुनवाई अगले दिन के लिए स्थगित कर दी। बिहार के मुख्य सचिव अनौपचारिक पहनावे में ही सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। 1981 बैच के आईएएस अधिकारी अंजनी कुमार सिंह को जस्टिस जे चेलेमेश्वर और जस्टिस एस अब्दुल नजीर की बेंच ने समन किया था। सुप्रीम कोर्ट ने उनसे बिहार सरकार की तरफ से संपत्ति विवाद पर अपील दायर करने में चार साल और 23 दिनों की देरी करने पर स्पष्टीकरण भी मांगा।
बिहार के मुख्य सचिव अदालत में पेश हुए थे, लेकिन बेंच ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया, क्योंकि उनका पहनावा ठीक नहीं था। अदालत ने मामले की सुनवाई स्थगित करते हुए, उन्हें बुधवार को औपचारिक पहनावे में आने के लिए कहा। काले रंग का ट्राउजर और बंदगला कोट पहने सिंह ने ड्रेस कोड का पालन नहीं करने के लिए कोर्ट से बिनाशर्त माफी मांग ली। हालांकि बेंच की नाराजगी तब भी कम नहीं हुई और उन्होंने अंजनी कुमार से पूछा कि क्या वह अपने राजनीतिक आकाओं का भी ऐसे ही अपमान करते हैं।
अदालत ने कहा कि सरकारी अधिकारियों को न्यायपालिका के प्रति भी वैसे ही सम्मान प्रदर्शित करना चाहिए, जैसे वे संवैधानिक पदों पर बैठे अन्य व्यक्तियों का करते हैं। कोर्ट ने पूछा, ‘क्या आप बता सकते हैं कि आप अपने मुख्यमंत्री के साथ कैसा बर्ताव करते हैं? क्या आप इस तरह के पहनावे में मुख्यमंत्री से मुलाकात करने पहुंच जाते हैं? अगर नहीं तो फिर आप अदालत में इस तरह के कपड़ों में कैसे आ सकते हैं? देश की सर्वोच्च अदालत में आने का यह कोई तरीका नहीं है।