रांची, राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा है कि वर्ष 2005-06 के आसपास बिहार में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला हुआ। उन्होंने कहा कि इस घोटाले में भाजपा नेता व मंत्री सुशील मोदी भी शामिल है।
लालू प्रसाद ने आज रांची में सीबीआई कोर्ट में पेश होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि तत्कालीन वित्तमंत्री सुशील मोदी के कार्यकाल में बिहार में एनजीओ के जरिये बड़ा भारी घोटाला किया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर ही अदालत में भी पीआईएल दायर की जाएगी। राजद प्रमुख ने कहा कि इस घोटाले में कई आईएएस ऑफिसर भी शामिल है। उन्होंने बताया कि भागलपुर में सृजन नाम की संस्था की आड़ में करोड़ रुपये की लूट हुई है,हालांकि अभी 300करोड़ रुपये के हेराफेरी का मामला सामने आया है, लेकिन यदि जांच हुई हुई, तो 1000 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला उजागार होगा। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार इस मामले की जांच एसआईटी से कराकर इसे दबाना चाहती है। राजद प्रमुख ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश कुमार के राज परत दर परत खुल रहे है,इसलिए वे आनन-फानन में भाजपा से मिल गये।
बिहार के दानापुर में राजद नेता केदार राय की हत्या पर दुःख व्यक्त करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि यह राजनीतिक हत्या है, बिहार में जो लोग मंगल राज की बात करते थे, उनके शासन में यह घटना मंगल राज की निशानी है।बिहार की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लालू प्रसाद ने कहा कि शरद यादव ही असली नेता है। उन्होंने कहा कि असली लालची बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार है।