मुंबई, हर समय तेजी से भागने वाली मुंबई की रफ़्तार धीमी पड़ गई हैं। मराठा आंदोलन की वजह से मुंबईकरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र का मराठा समाज अपनी मांगों को लेकर महाराष्ट्र के 57 शहरों में शांति मार्च निकाल चुका है. आज मुंबई में मराठा समाज का मूक प्रदर्शन हो रहा है। इस प्रदर्शन ने मुंबई की रफ्तार धीमी कर दी है।
दस हजार पुलिसकर्मियों के साथ-साथ ड्रोन और सीसीटीवी के जरिए पूरे मार्च पर नजर रखी जा रही है। माना जा रहा है कि लगभग 10 लाख लोग सड़कों पर होंगे। इसके अलावा दक्षिण मुंबई के स्कूलों को बंद रखा गया है। कुछ सड़कों पर ट्रैफिक की आवाजाही भी रोक दी गई है। माना जा रहा है कि मराठा समुदाय की आरक्षण के लिए यह आखिरी रैली होगी। ये लोग सरकारी नौकरी और पढ़ाई-लिखाई में मराठा के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं। यह तीसरी रैली है। इससे पहले हुई दो बार की रैलियां आपसी मतभेदों के चलते फेल हो गईं।
मराठा मोर्चा में शामिल होने के लिए मंगलवार से ही राज्य भर से लोग मुंबई पहुंचने शुरू हो गए थे। महाराष्ट्र के हर हिस्से से लोग मुंबई आ रहे हैं। मुंबई की तरफ आने वाले रास्तों पर बड़ी संख्या में भगवा झंडे लगाए हुए वाहन आते दिखाई दिए। मुंबई-पुणे और मुंबई-नासिक दोनों हाइवे पर मुंबई की ओर आने वाले यातायात में मंगलवार सुबह से ही रोज की अपेक्षा ज्यादा गाड़ियां दिखाई दीं। इसके अलावा मुंबई आने वाली बसों और ट्रेनों से भी लोग बड़ी संख्या में मुंबई पहुंच रहे हैं। खबर है कि मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान और अन्य प्रदेशों में बसे मराठा समाज के लोग भी मोर्चे में शामिल होने के लिए मुंबई पहुंच रहे हैं।