अमित शाह ने विधायक पद से दिया इस्तीफा

गांधीनगर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया.इस अवसर पर शाह के साथ मुख्यमंत्री विजय रुपाणी एवं प्रदेश अध्यक्ष जीतु वाधाणी समेत अनेक भाजपा नेता उपस्थित रहे.
राज्य़सभा चुनाव में अमित शाह ने जीत हासिल करने के बाद आज विधायक पद से इस्तीफा दे दिया.अमित शाह ने पहली बार राज्यसभा चुनाव लड़ा. कल हुए राज्यसभा चुनाव में अमित शाह को 46 वोट मिले. और भाजपा के ही स्मृति इरानी भी 46 वोट से विजयी रही. परंतु कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए बलवंतसिंह राजपूत को 38 वोट मिले. वहीं दूसर ओर कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल 44 वोट के साथ विजयी हुए. महात्मा मंदिर में शुरु हुए दो दिवसीय विधानसभा सत्र के आज अंतिम दिन गुजरात के विधायक के तौर पर अमित शाह ने भाषण दिया. अमित शाह ने अपने वक्तव्य में गुजरात के 1995 से भाजपा सरकार द्वारा किए गए कार्यो व भाजपा की जनता के साथ हिस्सेदारी का उल्लेख किया. विशेषकर नर्मदा योजना नरेन्द्र मोदी के शासन में पूर्ण होने का दावा कर कांग्रेस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ेगी. अमित शाह ने अपने अंतिम वक्तव्य में कहा कि नर्मदा डेम का फैसला भाजपा की सरकार में हुए, कांग्रेस में इच्छा शक्ति ही नहीं थी, इस योजना के विलंब के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. नर्मदा डेम के दरवाजे बंद करने की केन्द्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद सीएम रुपाणी ने इस योजना पर तुरंत अमल करते हुए दरवाजे बंद करवाया. यह बहुपयोगी योजना है. गुजरात को 18 लाख हेक्टर पानी इस योजना से उपलब्ध हो रहा है. नरेन्द्र भाई मोदी के मार्गदर्शन में गुजरात का विकास हुआ है. नर्मदा योजना को साकार करने में हमारे कार्यकर्तांओं ने आंदोलन के दौरान लाठियां खाई है. इन 20 वर्षों में गुजरात ने नई ऊंचाइयां हासिल की है. नरेन्द्र भाई के साथ काम करने का मौका मिलने पर मैं गर्व का अनुभव कर रहा हूं. गुजरात की व्यवस्था सुधारने का श्रेय नरेन्द्र मोदी को जाता है. गुजरात के गांवों को टूटने से नरेन्द्र मोदी ने बचाया है| कर्मचारियों को कर्मयोगी का खिताब देकर गुजरात का विकास सिद्ध किया. नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकाल में सागरखेडू योजना व वनबंधु योजना शुरु की थी जिसकी जानकारी दी. राज्यसभा में भी एनडीए का पूर्ण बहुमत मिलने का दावा किया| अमित शाह ने कहा कि मुझे अपने चुनाव क्षेत्र में मतदाताओं और नागरिकों का अपार स्नेह मिला है, मैं सभी का आभारी हूं. आज नीतिन भाई व विजय भाई नरेन्द्र भाई मोदी के सपने को साकार कर रहे हैं, उनको मेरी शुभकामना है. उल्लेखनीय है कि 52 वर्षीय अमित शाह 1997 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीते थे. इसके बाद लगातार 1998, 2002, 2007 और 2012 में जीत हासिल की. 2002 में नरेन्द्रमोदी मुख्यमंत्री बनने के बाद गृहमंत्री बने. अमितशाह का 20 वर्षों का राजनीतिक सफर रहा. 1997 में पहली बार अमित शाह सरखेज सीट से रिकार्ड वोटो से विजयी हुए थे.

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