मुंबई बॉलिवुड अभिनेता अक्षय कुमार और अभिनेत्री भूमि पेडनेकर अपनी फिल्म ‘टॉइलट एक प्रेम कथा’ के प्रचार में जुटे हैं। महिला आत्मरक्षा से जुड़े एक आयोजन में अक्षय ने जहां महिलाओं को अपना ध्यान खुद रखने के लिए प्रोत्साहित किया, वहीं महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े एक सवाल पर भूमि पेडनेकर ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए सबसे पहले मर्दों के दिमाग से यह निकालना जरूरी है कि औरतें मर्दों की जागीर हैं। भूमि ने कहा मुझे लगता है भारत में चाहे वह मुंबई जैसा बड़ा शहर हो या कोई छोटामोटा गांव, सब जगह महिलाओं की स्थिति एक जैसी है। सभी जगह महिलाओं की समस्याएं लगभग एक जैसी ही हैं। हमें बचपन से ही लड़कों को सिखाना होगा कि औरतें उनकी जागीर नहीं हैं। छोटे शहरों में पुरुष प्रधानता वाली सोच, को तोड़ने की जरूरत है। भूमि ने कहा कि यह काम सिर्फ शिक्षा से ही संभव है।
भूमि ने कहा हर मां को अपने बेटे को यह भी बताना चाहिए कि यदि उसने अपने पिता को मुझसे गलत बर्ताव करते देखा है, तो इसका मतलब यह नहीं कि तुम भी अपनी पत्नी के साथ वही करो। दुर्भाग्य से पुरुष प्रधानता की सोच को तोड़ने के लिए हमारे पास अच्छे उदाहरण नहीं हैं। हम बचपन से अपने पिता का व्यवहार देख कर सीखते हैं। माता-पिता को चाहिए कि महिलाओं से जुड़े अपने आस-पास की गलत घटनाओं पर अपने बच्चों से बात करें। उन्हें बताएं कि यह जो हो रहा है, वह गलत है।
अक्षय और भूमि की फिल्म ‘टॉइलट एक प्रेम कथा’ 11 अगस्त को प्रदर्शित की जाएगी। फिल्म में अक्षय और भूमि के अलावा अनुपम खेर और दिव्येंदु शर्मा अहम भूमिका में हैं। ‘टॉइलट:एक प्रेम कथा’ सामाजिक मुद्दे पर आधारित फिल्म है, जो देश में महिलाओं के लिए टॉइलट जैसी बुनियादी सुविधाओं में भारी कमी की ओर इशारा करती है। फिल्म पहले से ही अपने सामाजिक मुद्दे की वजह से सुर्खियों में है। अक्षय अपनी इस फिल्म का काफी समय से प्रचार कर रहे हैं। इस फिल्म को लेकर अक्षय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भी मिले, क्योंकि यह फिल्म मोदी के अभियान ‘स्वच्छ भारत अभियान’ से भी प्रेरित है।