नई दिल्ली, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर मुश्किल में फंस गए हैं| लोकसभा की कार्यवाही के दौरान जब विपक्षी सदस्य हंगामा कर रहे थे, तो उन्होंने अपने फोन से उनका वीडियो बना लिया| इसको लेकर विपक्षी सदस्यों ने आज अनुराग पर कार्रवाई की मांग की. बाद में लोकसभा अध्यक्ष सुमिता महाजन ने अनुराग ठाकुर को चेतावनी देकर छोड़ दिया.
लोकसभा अध्यक्ष के इस फैसले से नाराज विपक्ष ने जम कर हंगामा किया, जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिए स्थगित करनी पड़ी. भीड़ द्वारा लोगों की पीट-पीटकर की गई हत्या की हालिया घटनाओं पर सदन में बहस के दौरान हो रहे हंगामे के बीच अनुराग ने वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर दी थी. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को लिखे पत्र में सदन में कांग्रेस के सचेतक के सी वेणुगोपाल ने कहा कि सदन की कार्यवाहियों की वीडियो रिकॉर्डिंग नियमों के तहत प्रतिबंधित है. वेणुगोपाल ने कहा कि हम सदन की कार्यवाही की गरिमा के संरक्षण के लिए तत्काल कार्रवाई का अनुरोध करते हैं. भाजपा के अपने प्रचंड बहुमत का इस्तेमाल करने पर कांग्रेस जन महत्व के मुद्दों को उठाने से नहीं रूकने वाली. कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव और आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने भी मामले का जिक्र किया और अनुराग के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की.
इस मुद्दे पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सांसदों से कहा कि जो भी हुआ वह नहीं होना चाहिए था. उन्होंने इस मुद्दे पर अनुराग ठाकुर को सफाई देने को कहा| अनुराग ठाकुर ने कहा कि उनके हाथ में मोबाइल होने से अगर किसी को कोई आपत्ति है, तो वह इसके लिए खेद प्रकट करते हैं| उन्होंने कहा कि लोकसभा की कार्यवाही का तो सीधा प्रसारण किया जाता है. सुमित्रा महाजन ने अनुराग ठाकुर को चेतावनी दी कि वह भविष्य में सदन की कार्यवाही का वीडियो नहीं बनाएं. अनुराग को चेतावनी दिए जाने के बाद भी विपक्षी सांसद शांत नहीं हुए| उनका कहना था कि अनुराग के विरुद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए. हंगामे के चलते सदन की कार्रवाई 25 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी.