हार्दिक पटेल प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में शामिल हुए

इंदौर, मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान प्रदेश में आत्महत्या करने वाले 13000 से अधिक किसानों के हत्यारे हैं। पिछले दिनों किसानों पर तस्करी के प्रकरण दर्ज कर 2000 से अधिक किसानों पर मुकदमा दर्ज कर जेल में भेज किसानों पर सबसे बड़ा अत्याचार किया है। जहां पर भी किसानों पर अत्याचार होंगे, मैं इस देश का नागरिक हूं, किसान मां के पेट से जन्मा हूं, उस जगह जरूर जाऊंगा। देश में एक राष्ट्रीय किसान आयोग की बेहद जरूरत है।
यह बातें आज किसान क्रांति सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इस समय मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात में किसानों की लड़ाई लड़ रहे हार्दिक पटेल ने इन्दौर प्रेस क्लब के ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि मैं पिछली बार भी किसानों के लिए आया था, लेकिन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने हजारों पुलिस जवान खड़े कर मुझे मध्यप्रदेश सीमा में नहीं आने दिया। हार्दिक ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ़ होना चाहिए। साथ ही किसानों पर लगे गलत मुक़दमे शिवराज सरकार को हटाना चाहिए। साथ ही उन्होंने देश में किसानों के लिए राष्ट्रीय आयोग के गठन करने और किसानों के लिए पेंशन का प्रावधान करने की भी वकालत की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अभी भी है और आगे भी आएँगे। जिस सरकार को जो करना है कर लें। जब तक किसानों को न्याय नहीं मिलता हम रैलियां करते रहेंगे। उन्होंने गुजरात सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों को गुलाम बना रखा है। गुजरात में किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए गए हैं। गुजरात में इस बार भाजपा का सफाया होना तय है। हार्दिक ने कहा कि मैं किसी पार्टी में नहीं जा रहा। किसानों के लिए मैं संघर्ष कर रहा हूं। हार्दिक ने कहा कि चुनाव लड़ना उनकी प्राथमिकता नहीं है इस लिए मैंने राजनीति में अभी आने का अभी नही सोचा है। उन्होंने कहा कि वह किसी एक राज्य का चेहरा बनना नहीं चाहते हैं।
आपने कहा कि गुजरात के कद्दावर नेता शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस से अपनी नाराजगी व्यक्त कर दी है। उन्होंने जिन 10 विधायकों ने क्रास वोटिंग किया था उनको लेकर शिकायत की थी। इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए उन्होंने राजनीति से मुक्त होने का निर्णय लिया है। हालांकि अगस्त तक उन्होंने कांग्रेस को विचार करने का समय दिया है। इसके बाद ही कोई फैसला लेंगे।

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