MP-VS MCI से आथोराइज्ड चिकित्सक कर सकते हैं निजी अस्पतालों में सर्जरी

भोपाल,प्रदेश के लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री रूस्तम सिंह ने शुक्रवार को विधानसभा में जानकारी दी कि एमसीआई से आथोराइज्ड डॉक्टर निजी अस्पतालों में सर्जरी का कार्य कर सकते हैं। उन्होंने सदन को अवगत कराया कि विभाग द्वारा चिकित्सकों के रिक्त पदों की पूर्ति के लिए कार्यवाही निरंतर जारी है। यह प्रश्न विधायक कालू सिंह ठाकुर द्वारा प्रश्नोत्तरकाल के दौरान पूछा गया था। एक अन्य प्रश्नकर्ता सदस्य नीलेश अवस्थी के सवाल के जवाब में मंत्री श्री सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा प्रदेश में रिक्त 1896 पदों हेतु मप्र लोक सेवा आयोग को मांत्र पत्र प्रेषित किया गया था, परंतु मात्र 726 चिकित्सकों की चयन सूची प्राप्त हुई है। कुल स्वीकृत पद 3278 पदों के विरूद्ध मात्र 1055 विशेषज्ञ उपलब्ध है। अतŠ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर की संस्थाओं में विशेषज्ञों की पदस्थापना नहीं की जा सकी है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सिंह ने जानकारी दी कि साढे पांच सौ डाक्टरों की नियुक्ति कर दी है। ऑनलाइन नियुक्ति कर दी है। एक दो दिन में आर्डर पहुंच जाएंगे। डॉक्टरों के ग्रामीण इलाकों में ज्वाइनिंग नहीं करने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस बार ऐसा नहीं होगा।पीएससी से सलेक्ट हुए डाक्टरों ने अपनी च्वाइस पहले ही बता दी है। अब कॉम्पीटिशन हो रहा है। पीजी करने वाले डॉक्टरें को ग्रामीण क्षेत्र में काम करने के मार्क्स मिलेंगे।

शात्ऱी हाईस्कूल कोढ़ा की जांच होगी
राज्य विधानसभा में आज स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने सदन को आश्वस्त किया कि मुरैना जिले के शात्ऱी हाई स्कूल कोढ़ा के खिलाफ प्राप्त शिकायतों की जांच भोपाल से अधिकारी भेजकर तथा जिला कलेक्टर से करवाएंगे। उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। यह प्रश्न विधायक सूबेदार सिंह रजौधा ने उठाते हुए स्कूल संचालक पर छात्रवृत्ति में घोटाला करने s आरोप लगाते कहा कि उक्त स्कूल संचालक बहुत शिक्षा माफिया है। वह पूर्व में जेल की सजा भी भुगत चुका है अब उसने मुरैना जिले में स्कूल खोल लिया है और वहां भी घोटाला कर रहा है। उन्होंने स्कूल की मान्यता रद्द करने तथा कलेक्टर से स्कूल का निरीक्षण करवाने की मांग की।प्रश्न के उत्तर में श्री शाह ने भरोसा दिलाया कि प्राप्त शिकायतों की जांच भोपाल से अधिकारी भेजकर तथा जिला कलेक्टर से करवाएंगे। उन्होंने सदन को भरोसा दिलाया कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।

प्रदेश में बीस हजार शिक्षक अतिशेष
प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने जानकारी दी कि प्रदेश में करीब बीस हजार शिक्षक अतिशेष है।इससे ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों की व्यवस्था चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों से शिक्षक नगरीय क्षेत्रों की ओर तेजी से पलायन कर रहे हैं।यह जानकारी उन्होंने विधायक सोहनलाल बाल्मिक द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में दी। प्रश्नोत्तर काल के दौरान श्री शाह बताया कि सभी शिक्षक जुगाड़ करके शहर में चले गए। उन्होंने स्पष्ट किया कि शिक्षाकर्मी से अध्यापक बने शिक्षकों का शिक्षा विभाग में संविलियन नहीं हुआ है।ये वे लोग है जो युक्तियुक्तकरण के तहत नगरीय निकायों में भर्ती हुए थे।उन्होंने कहा कि गांव के शिक्षकों को गांव में तथा शहर के शिक्षकों का शहर में युक्तियुक्तकरण किया जाएगा।इस प्रक्रिया में उन शिक्षकों को छूट दी जाएगी जो जल्दी ही रिटायर्ड होने वाले हैं, गंभीर बीमार है अथवा पत्नी-पति साथ-साथ हैं। सरकार के फैसले की नेताप्रतिपक्ष अजय सिंह ने भी प्रशंसा करते हुए कहा कि यह अच्छा फैसला है लेकिन जुगाड़ से बचना होगा।

गोटेगांव विस क्षेत्र में शौचालय निर्माण की जांच होगी
प्रदेश विधानसभा में आज विधानसभा क्षेत्र गोटेगांव के अंतर्गत आने वाले स्कूलों में शौचालय निर्माण कार्य में अनियमितता करने का मामला गूंजा। स्थानीय विधायक ड़ा कैलाश जाटव ने प्रश्नोत्तर काल के दौरान अनियमितता के आरोप लगाते हुए इसकी जांच की मांग की। स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने प्रश्न के उत्तर में कहा कि भोपाल से कमेटी भेजकर पूरे गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र के शौचालय निर्माण कार्य की जांच करवा लेंगे और दोषी पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई भी करेंगें।इससे पूर्व श्री शाह ने जानकारी दी कि उक्त विधानसभा में वर्ष 13-14, 20114-2015 एवं 2015-16 में विभाग एवं एनटीपीसी द्वार विधालयों में शौचालयों का निर्माण कराया गया है। शौचालय निर्माण के साथ मुख्य घटक रेम्प रैलिंग, माध्यमिक शालाओं की छात्राओं हेतु इंन्सीनरेटर, फोर्सफ्ट पंप, हेंड वाश यूनिट और पानी की टंकी आदि का प्रावधान किया गया है। जिन शालाओं में फोर्सलिफ्ट पंप का निर्माण नहीं हुआ है, संबंधित एजेंसी को फोर्सलिफ्ट पंप की राशि का भुगतान नहीं किया गया है।

टीचर के फर्जी जाति प्रमाण पत्र की जांच होगी
राज्य विधानसभा में आ स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने फर्जी जाति प्रमाण पत्र लगाकर पदोन्नति लेने वाले शिक्षक को हटाने की घोषणा करते हुए उसक जाति प्रमाण पत्र की जांच करवाने का आश्वावन दिया। श्री शाह ने कहा कि अगर संबंधित टीचर जांच में दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।यह सवाल प्रश्नोत्तरकाल के दौरान विधायक लाखन सिंह यादव ने पूछा था। साथ ही उन्हेंने ऐसे टीचर को तत्काल निलंबित करने के उपरांत मामले की जांच करवाने की मांग की थी। प्रश्न के उत्तर में शाह ने कहा कि मामले में विभागीय अधिकारियों की भी लापरवाही प्रतीत हो रही है, पूरी जांच के उपरांत हम जिला शिक्षा अधिकारी पर भी कार्रवाई करेंगे। टीचर का जाति प्रमाण पत्र जांच कमेटी को भेज देंगे। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।प्रश्नकर्ता सदस्य की टीचर को निलंबित करने की मांग नहीं मानने पर वे उत्तेजित हो गए और मंत्री जी के ऊपर ही गंभीर टिप्पणी कर दी, जिसपर हंगामा शुरू हो गया। मामले में आसंदी से हस्तेक्षप करते हुए अध्यक्ष सीतासरण शर्मा ने सदस्य द्वारा की गई टिप्पणी को कार्यवाही से हटाने के निर्देश जारी कर दिए। साथ ही उन्हेंने विधायक श्री यादव को इस तरह की व्यक्तिगत टिप्पणी से बचने की नसीहत भी दी।

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