मॉस्को,रूसी हैलीकाप्टर कामोव-226टी भारत में निर्मित करने के लिए स्थापित किए जाने वाले संयुक्त उद्यम का पंजीकरण हो गया है| एक अरब डालर (6433 करोड़ रुपए) के इस संयुक्त उद्यम के तहत रूसी कामोव-226 टी हैलीकाप्टर का भारत में निर्माण किया जाएगा| उल्लेखनीय है कि इस हैलीकाप्टर के निर्माण के लिए पिछले साल अक्टूबर में भारत की हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और रूस की दो प्रमुख रक्षा कंपनियों के बीच संयुक्त उद्यम स्थापित करने संबंधी करार को अंतिम रूप दिया गया था।
इस सौदे के तहत भारत को 200 कामोव हेलीकॉप्टर मिलेंगे जिनमें से अधिकतर का निर्माण भारत में किया जाएगा। रूस के अंतरराष्ट्रीय सहयोग और क्षेत्रीय नीति विभाग रोस्टेक स्टेट कॉरपोरेशन के प्रमुख विक्टर निकोलायविच क्लादोव ने बताया कि संयुक्त उद्यम का पंजीकरण मई में कराया गया है। सन 2007 में गठित रोस्टेक स्टेट कॉर्प रूस की 700 उच्च प्रौद्योगिकी वाले सैन्य और असैन्य कंपनियों का संगठन है। मॉस्को के नजदीक जुकोवस्की शहर में शुरू एयरशो एमएकेएस-2017 से पहले क्लादोव ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा हम यह जानकार खुश हैं कि संयुक्त उद्यम भारत में पंजीकृत हो गया है| पिछले वर्ष अक्टूबर में हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और रूस की दो प्रमुख रक्षा कंपनियों के बीच संयुक्त उद्यम स्थापित करने संबंधी करार को अंतिम रूप दिया था। भारत पुराने पड़ चुके चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों सैन्य उपयोग से हटाने के लिए कामोव हेलीकॉप्टर खरीद रहा है। 2015 में हुए समझौते के तहत रूस 60 कामोव- हैलीकॉप्टर भारत को देगा, जबकि 140 हैलीकॉप्टरों का निर्माण भारत में किया जाएगा|
कामोव हैलीकाप्टर भारत में बनाने को संयुक्त उद्यम स्थापित
