पुणे, एक महिला पुलिस थाने में रेप की शिकायत लेकर पहुंची मगर वो अपने ही बुने झूठ के जाल में ऐसी फंसी कि जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गई. खुद को टीवी शो क्राइम पट्रोल की ऐक्ट्रेस बताने वाली २५ साल की पूजा जाधव को पुलिस ने ब्लैकमेलिंग और डकैती के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. साथ ही पुलिस ने उसके तीन साथियों को भी गिरफ्तार किया है. पुणे से सटे पिंपरी की रहने वाली पूजा अपने तीन साथियों के साथ ८ जुलाई को भोसारी पुलिस थाने पहुंची थी. वह नियामत कादरी नाम के शख्स के खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज कराना चाहती थी. पूछताछ के दौरान पुलिस को पूजा का व्यवहार कुछ संदिग्ध नजर आया और यहीं से पुलिस की जांच की दिशा बदल गई. पूजा पहले रेप की एफआईआर दर्ज नहीं कराना चाहती थी, वह सिर्फ इतना चाहती थी कि पुलिस शिकायत दर्ज कर ले और कादरी को चेतावनी दे दे, लेकिन पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दिलीप कुलकर्णी ने उसे बताया कि एफआईआर तो दर्ज करानी ही होगी. एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया के दौरान पुलिसवालों ने पूजा ने पूछताछ शुरू की. पुलिस ने उससे जानना चाहा कि जब रेप हो रहा था, तब वह चिल्लाई क्यों नहीं. पूजा के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था. दूसरी तरफ कादरी से भी पुलिस पूछताछ कर रही थी. पूछताछ में कादरी ने जो बताया, उसके बाद पुलिस को पूरा माजरा समझते देर नहीं लगी. दरअसल, पूजा और उसके साथी कादरी से यह सोचकर मिले थे कि वह एक अमीर बिल्डर है. उन्होंने उसे किसी बहाने से एक लॉज में बुलाया. लॉज के कमरे में सिर्फ पूजा और कादरी थे. पूजा जबरन उसके चिपकने लगी और फिर कुछ देर बाद रेप होने का नाटक करते हुए कमरे से बाहर निकल आई. बाहर उसके साथी पहले से इंतजार कर रहे थे. उन्होंने कादरी को पकड़ लिया और उसे कार में बैठाकर एक सुनसान जगह पर ले गए. वहां उन्होंने कादरी से पांच लाख रुपयों की मांग की और पैसे न देने पर पुलिस केस दर्ज कराने की धमकी दी. लेकिन इसी दौरान उन्हें अहसास हुआ कि कादरी कोई बिल्डर नहीं, बल्कि एक कॉन्ट्रैक्टर है. काफी कहासुनी के बाद उन्होंने कादरी से २५,००० रुपये देने को कहा. कादरी के इनकार करने पर उन्होंने उसके पास मौजूद ६ हजार रुपये छीन लिए और फिर उसे पुलिस स्टेशन ले गए, लेकिन यहां उनके झूठ की पोल खुल गई. पुलिस ने बताया, ‘जांच के दौरान हमें पता चला कि पूजा और उसके साथी साल २०१२ से इस तरह की घटनाएं कर रहे हैं. जब पूजा शिकायत लेकर आई थी तो उसने खुद को टीवी शो क्राइम पट्रोल की ऐक्ट्रैस बताया था, जबकि उसके साथियों ने कहा था कि वे सोशल वर्कर हैं. हम फिलहाल उनके कॉल रिकॉर्ड्स खंगाल रहे हैं, ताकि यह पता लगा सकें कि उनके साथ और कितने लोग शामिल हैं और इन्होंने कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है.’ इस गैंग की दो सदस्य अनीता जाधव और माया अहोल फिलहाल फरार हैं. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।