माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर मोदी ने थेरेसा मे से की चर्चा

हैम्बर्ग,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी के हैम्बर्ग में आयोजित किए गये जी-20 सम्मेंलन के दौरान इसके इतर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थेरेसा मे से भी बातचीत की। माना जा रहा है कि उन्होंने पीएम थेरेसा मे से बात कर भारत के भगोड़े आर्थिक अपराधियों के खिलाफ सहयोग की मांग की है। खबर है कि इस दौरान मोदी ने मे के सामने भगोड़े विजय माल्या को भारत के लिए प्रत्यर्पण में सहयोग देने के लिए बात कही है। ऐसे में पीएम मोदी और थेरेसा मे के बीच हुई बातचीत को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बता दें कि इससे पहले गुरुवार को माल्या के मामले में हुई सुनवाई के के दौरान उनके वकीलों ने ब्रिटिश कोर्ट में भारतीय जेलों की बुरी स्थिति की बात कही थी। ऐसे में माना जा रहा है कि भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को इस बात का अहसास हो गया है कि उनके भारत प्रत्यर्पण से संबंधित चल रहे मुकदमें में फैसला उनके खिलाफ आएगा और उन्हें भारत वापस आना होगा। वहीं भारत सरकार को भी लग रहा है कि माल्या जेलों की अच्छी स्थिति नहीं होने का मुद्दा आगे भी जोर-शोर से उठा सकते हैं। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव राजीव महर्षि ने 23 जून को महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सुमित म्युलिक को पत्र लिखकर राज्य में जेलों की स्थिति को लेकर कुछ पूछताछ की। संभावना है कि भारत वापसी पर माल्या को मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में रखा जाएगा। इधर, केंद्रीय गृह सचिव का पत्र मिलते ही म्युलिक ने इसे अतिरिक्त मुख्य सचिव एसकेश्रीवास्तव के पास भेज दिया। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, श्रीवास्तव ने कहा है कि पत्र में उठाए गए सवालों के जवाब जल्द-से-जल्द दिए जाएं। पत्र फिलहाल प्रमुख सचिव श्री कांत सिंह और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक बी के उपाध्याय के पास पहुंच चुका है। बता दें कि माल्या की विमानन कंपनी किंगफिशर को कर्ज देनेवाले देश के 17 बैंकों ने जब उन्हें देश से बाहर जाने से रोकने की अपील के साथ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया तो माल्या मार्च 2016 में इंग्लैंड भाग गए। इन बैंकों का माल्या पर 9,000 करोड़ रुपये बकाया है। माल्या को प्रत्यर्पण मामले में 18 अप्रैल 2017 को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया।

दक्षिण कोरिया और इटली के राष्ट्राध्यक्षों से की मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हैम्बर्ग में इटली के प्रधानमंत्री पाओलो जेंटीलोनी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने देशों के राष्ट्राध्यक्षों से आपसी संबंधों को बढ़ाने और वैश्विक स्तर पर सहयोग के बारे में विचार विमर्श किया। मोदी और इन नेताओं की यह बैठक जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर हुई। इसके बाद मोदी की दिन में मेक्सिको, अर्जेटीना, ब्रिटेन और वियतनाम के नेताओं के साथ भी मुलाकात हुई। इसके अलावा मोदी जी20 के विभिन्न सत्रों, अफ्रीका के साथ भागीदारी, स्वास्थ्य और प्रवासन, डिजिटलीकरण, महिला सशक्तीकरण और रोजगार सत्र में भी भाग लेंगे। जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन मोदी की जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन त्रुदू के साथ भी द्विपक्षीय मुलाकात हुई थी। जापान के प्रधानमंत्री के साथ बैठक के बारे में विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रिश्तों में प्रगति के बारे में संक्षेप समीक्षा की गई।इसमें उन्होंने मोदी की नवंबर 2016 में हुई जापान यात्रा के बाद से महत्वपूर्ण परियोजनाओं की प्रगति पर भी संक्षिप्त समीक्षा की। प्रधानमंत्री मोदी ने उसके बाद से द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति को लेकर संतोष जताया। मोदी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री अबे की आगामी भारत यात्रा पर नजर रखे हुए हैं तथा उम्मीद है कि उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंध और अधिक प्रगाढ़ होंगे।

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