अयोध्या, राम मंदिर निर्माण के लिए तीन ट्रक पत्थरों की एक और खेप राजस्थान के भरतपुर से अयोध्या भेजी गई है। इन पत्थरों को रामसेवकपुरम में रखा गया है, जहां 1990 से ही मंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराशने का काम चालू है। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि रामभक्तों ने 2,000 घन फुट पत्थर भिजवाया है। उल्लेखनीय है कि जून-2015 में राम जन्मभूमि न्यास ने दानदाताओं से अपील की थी कि वे आर्थिक मदद की बजाय मंदिर निर्माण के लिए पत्थर भिजवाएं, तो बेहतर होगा। इसी के मद्देनज़र अब मंदिर के लिए इस रूप में मदद आ रही है। एक हफ्ते पहले भी ऐसे ही दो ट्रकों में भर पत्थर लाए गए थे। उन्होंने बताया कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में वाणिज्य कर विभाग न्यास को राजस्थान से पत्थर मंगवाने की अनुमति नहीं दे रहा था।
राज्य में सत्ता परिवर्तन के साथ ही विभाग दूसरों राज्यों से पत्थर लाने की अनुमति देने लगा है। विहिप नेताओं के मुताबिक मंदिर निर्माण के लिए करीब 1.75 लाख घन फीट पत्थर की ज़रूरत है। प्रस्तावित डिजाइन के मुताबिक 268 फीट लंबा, 140 फीट चौड़ा और 128 फीट ऊंचा दो मंज़िला राम मंदिर बनाया जाना है। इसके लिए 1990 से अब तक एक लाख घन फीट पत्थर अयोध्या पहुंच चुका है।
मंदिर निर्माण को तीन ट्रक पत्थर अयोध्या पहुंचा
