टेनिस स्टार रोहन बोपन्ना ने कहा है कि फ्रेंच ओपन टेनिस के मिश्रित युगल में मिली खिताबी जीत से उनका यह भरोसा और भी मजबूत हो गया है कि किसी को भी सपने देखना नहीं छोडना चाहिए। बोपन्ना को पेशेवर खिलाड़ी बनने के 14 साल बाद ग्रैंडस्लैम टाफी मिली है। उन्होंने गैब्रिएला दाब्रोवस्की के साथ मिश्रित युगल पर कब्जा किया था। इस 37 वर्षीय ने कहा कि इंतजार करना अच्छा रहा। ऐसा नहीं है कि हार और मुश्किल दौर ही सीख देता है बल्कि कभी कभी कई जीतें भी कुछ चीजों का संकेत देती हैं। बोपन्ना ग्रैंडस्लैम खिताब जीतने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी हैं, उन्होंने खेल मंत्री विजय गोयल से मुलाकात करने के बाद कहा, कभी सपने देखना मत छोड़ो। यही वो बात है जो आपको आगे बढाती है। इस 16 एटीपी खिताब जीतने वाले खिलाड़ी ने भारत को डेविस कप में एकल में कुछ यादगार जीत दिलाई हैं।
उन्होंने कहा कि उम्र तो केवल एक नंबर है। आप उपलब्धियों के लिए समयसीमा निर्धारित नहीं कर सकते। जब तक आपका अपने आप पर भरोसा है और आप कड़ी मेहनत जारी रखते हो, तो कोई भी चीज आपको नहीं रोक सकती। मैंने अपने लक्ष्य की ओर बढना जारी रखा, हर दिन, मैं खुश हूं कि मेरी टीम ने भी काफी प्रयास किए। टेनिस व्यक्तिगत खेल है, पर सभी ने इसमें योगदान दिया।