करांची,जब मुस्लिम रमजान के आखिरी जुमे में खुदा की इबादत कर रहे थे, लोग ईद की खरीदारी कर रहे थे, उस समय पाकिस्तान आतंकी हमलों से लहूलुहान हो रहा था। पाकिस्तान के अल्पसंख्यक शिया बहुल पारचिनार कबायली इलाके में भीड़-भाड़ वाले एक बाजार में हुए दोहरे विस्फोट में, क्वेटा में एक आत्मघाती हमले की घटना में और कराची में आतंकियों की पुलिस पर गोलीबारी में कम से कम 62 लोगों की मौत हो गई और करीब 100 अन्य घायल हुए हैं। इसके बाद पाकिस्तान ने खुफिया विभाग की अगुवाई में आतंकियों के खिलाफ देशभर में सैन्य अभियान शुरू किया है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि देश भर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में पुलिस महानरीक्षक एहसान महबूब के कार्यालय के नजदीक विस्फोटकों से लदी एक कार से किए गए धमाके में सात पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हो गए। यह हमला आत्मघाती हमलावर ने किया।
इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह और जमात उल अहरार (जेयूए) से जुड़े स्थानीय संगठनों ने विस्फोट का दावा किया है। जेयूए तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से अलग होकर बना संगठन है। अधिकारियों ने बताया कि कार बम विस्फोट में सात पुलिसकर्मियों सहित 13 लोगों की मौत हो गई। इससे पहले कुर्म कबायली जिले के शिया बहुल शहर में ईद की खरीदारी कर रहे लोगों से भरे बाजार में जोरदार दोहरे विस्फोट में कम से कम 45 लोगों की मौत हो गई और करीब 75 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि पहला विस्फोट पारचिनार इलाके के तूरी बाजार में हुआ जहां एक बस टर्मिनल भी है। दूसरा विस्फोट तब हुआ जब बचावकर्मियों और आसपास खड़े लोग पहले विस्फोट में घायल हुए लोगों की मदद करने पहुंचे।
बहरहाल इन धमाकों की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन अतीत में सुन्नी आतंकी समूहों ने इलाके में कई हमलों की जिम्मेदारी ली है। सेना ने एक बयान में कहा कि सेना के दो विमान घायलों को जल्दी से पेशावर पहुंचाने के लिए पेशावर से पारचिनार पहुंचे, बचाव अभियान जारी है।