मुंबई,महाराष्ट्र में अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे किसानों को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अक्टूबर तक ऋण माफी का आश्वासन दिया है। इस आश्वासन के बाद किसानों का आंदोलन कमजोर पड़ सकता है।
महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि वह ३१ अक्टूबर से पहले किसानों के लिए ऋण माफ करेगी। पांच एकड़ भूमि से कम भूमि रखने वाले कम से कम १।०७ करोड़ किसान इस ऋण माफी के पात्र होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनेता चालू आंदोलन का फायदा उठा रहे हैं। फड़णवीस ने कहा कि हिंसा और सड़क जाम करने वालों में किसान नहीं बल्कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता शामिल थे।
केन्द्रीय मंत्री वेंकैया नायडू के साथ शहरी विकास के मुद्दे पर बैठक के बाद फड़णवीस ने संवाददाताओं से कहा, “३१ अक्टूबर से पहले मदद की दरकार वाले संकट में फंसे किसानों को ऋण माफी का लाभ मिलेगा। इसके प्रारूप को तैयार किया जा रहा है और मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि महाराष्ट्र के इतिहास में यह सबसे बड़ी ऋण माफी होगी।”
इस बीच नायडू ने केंद्र के रुख को दोहराया कि राज्यों को अपनी राजकोषीय स्थिति के अनुरूप ऋण माफी की घोषणा करनी चाहिये। नायडू ने कहा कि फड़णवीस ने कमजोर राजकोषीय स्थिति और कृषि की संकटमय स्थिति को विरासत में हासिल किया और इसलिए विपक्षी कांग्रेस और राकांपा इस स्थिति के लिए आरोप नहीं लगा सकते।