मंदसौर में किसानों के उग्र प्रदर्शन पर फायरिंग, 5 किसानों की हत्या

मंदसौर/रतलाम, किसानों की हड़ताल के छठवे दिन मंगलवार को मंदसौर में हालात बेकाबू हो गए। किसानों के उग्र प्रदर्शन के बीच पिपलिया में पुलिस फायरिंग में 5 किसानों की मौत के बाद हालात और भी बेकाबू हो गए है। आंदोलनकारियों ने एक पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने स्थित पर नियंत्रण पाने के लिए जिले के मंदसौर सहित पिपलिया सहित कुछ इलाकों में कफ्र्यू लगा दिया है। सूत्रों के अनुसार मंगलवार को मंदसौर के पिपलिया मंडी में भी बड़ी संख्या में हड़ताल के समर्थन में हजारों लोग सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे थे। तभी अचानक कुछ वाहनों में आग लगा दी गई, जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने हो गए। किसान आंदोलन को देखते हुए सीआरपीएफ के सुरक्षाबलों को भी तैनात किया गया था। दावा किया जा रहा है कि सीआरपीएफ के जवानों ने हालात बिगड़ते देख फायरिंग की होगी, जिसमें तत्काल तीन किसानों की मौत हो गई। 2 गंभीर घायलों को इलाज के लिए इंदौर ले जाया जा रहा था रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। फायरिंग में मौत के बाद पिपलिया और आसपास के इलाकों में भी भारी उपद्रव हो रहा है। उग्र भीड़ ने नारायणगढ़ थाना क्षेत्र के बूढ़ा पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया। हालात बेकाबू होते देख जिला प्रशासन ने पिपलिया और मंदसौर में कफ्र्यू लगा दिया गया है।

आंदोलनकारियों ने 8 ट्रकों को फूका
सोमवार रात आंदोलनकारियों ने रेल की पटरी उखाडऩे की कोशिश की थी। फिर मंगलवार को मंदसौर में आंदोलनकारी किसानों ने 8 ट्रक और 2 बाइक को आग के हवाले कर दिया। इन आंदोलनकारियों ने पुलिस और सीआरपीएफ पर पथराव के साथ जानलेवा हमला किया। हालत पर काबू पाने के लिए सीआरपीएफ जवानों ने फायरिंग की जिसमें 3 लोगों ने घटना स्थल पर दम तोड़ दिया, अस्पताल ले जाते समय 2 ने दम तोड़ दिया। बता दें कि किसान कर्ज माफी समेत कई मांगें कर रहे हैं। एक धड़े का सरकार से समझौता हो चुका है लेकिन इसके बावजूद हिंसा जारी है। रतलाम में रविवार को पथराव में एक एसआई की आंख फूट गई थी।

एक हजार किसानों ने किया चक्काजाम
मंगलवार को मंदसौर-नीमच रोड पर करीब एक हजार किसानों ने चक्काजाम किया था।

ये किसान मारे गए
मारे गए लोगों के नाम कन्हैयालाल पाटीदार निवासी चिलोद पिपलिया, बंटी पाटीदार निवासी टकरावद, चैनाराम पाटीदार निवासी नयाखेडा, अभिषेक पाटीदार बरखेडापंथ और सत्यनारायण पाटीदार बरखेडापंथ हैं।

इंटरनेट सेवा बंद
मंदसौर में सोमवार से ही इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है। उपद्रवियों ने एक पुलिस चौकी और बैंक में भी आग लगाई है।

मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख
मुख्यमंत्री ने किया मारे गए लोगों के परिवारों को 10-10 लाख और घायलों को एक लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है।

किसानों की सरकार से क्या मांगें
किसानों ने मध्य प्रदेश सरकार को 32 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था। इन पर सोमवार को मुख्यमंत्री से चर्चा भी हुई। सीएम ने कुछ मांगे स्वीकार कर ली थीं। मप्र सरकार ने एक कानून बनाकर किसानों की जमीन का अधिग्रहण करने पर मुआवजे की धारा 34 को हटा दिया था और भूअर्जन केस में किसानों ने कोर्ट जाने का अधिकार वापस ले लिया था। किसान विरोधी इस कानून को हटाना किसानों की पहली मांग है। स्वामिनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करना। इसने ये सिफारिश की है कि किसी फसल पर जितना खर्च आता है। सरकार उसका डेढ़ गुना दाम दिलाना तय करे। एक जून से शुरू हुए आंदोलन में जिन किसानों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं, उन्हें वापस लिया जाए। मप्र के किसानों की कर्जमाफी। सरकारी डेयरी द्वारा दूध खरीदी के दाम बढ़ाए जाएं।

हिंसक हुए किसान
रविवार को रतलाम में पथराव से एक एएसआई की आंख फूट गई थी। सीहोर में सीएसपी, दो टीआई समेत 11 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। सोमवार रात मंदसौर में आंदोलनकारियों ने पटरी उखाडऩे की कोशिश की थी।

पूरे प्रदेश में फैलेगा आंदोलन
मालवा-निमाड़ के किसानों का आंदोलन पूरे प्रदेश में फैलेगा। चंबल, रीवा, सतना छिंदवाड़ा, बालाघाट मे भी आंदोलन की आग फैल सकती है।

दुर्भाग्यपूर्ण है यह घटना : शिवराज
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मंदसौर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम किसानों के साथ हैं। किसानों को असमाजिक तत्वों से बचकर रहना होगा। घायलों का मुफ्त इलाज सरकार कराएगी। मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।

असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटेंगे : गृहमंत्री
गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि छह दिन से आंदोलन को उग्र करने की साजिश की जा रही है। पुलिस या सीआरपीएफ की तरफ से कोई फायरिंग नहीं हुई। पुलिस धैर्य से काम ले रही थी। असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटने के ऑर्डर दिए गए हैं।

किसानों से जंग रह रहे शिवराज : राहुल गांधी
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार देश के किसानों के साथ जंग लड़ रही है।

किसान आंदोलन को लेकर प्रदेश भर में हाई अलर्ट
मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग से 5 किसानों की मौत के मामले में प्रदेश की सियासत गरमा गई है । मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की अध्यक्षता में हुई।जिसमें लगभग सभी मंत्री शामिल थे।इस बैठक में सभी वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे।आंदोलन को लेकर पुलिस मुख्यालय में भी एक बैठक आयोजित की गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार ने किसान आंदोलन को दृष्टिगत रखते हुए सभी जिले के जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को सतर्क रहने, और जरूरत पड़ने पर प्रतिबंधात्मक कारवाई करने के निर्देश दिए हैं ।मध्यप्रदेश शासन ने पुलिस अधीक्षकों को पुलिस बल तैनात रखने और स्थिति पर पूर्ण नियंत्रण बनाए रखने का निर्देश दिया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर कलेक्टर ने धारा 144 लागू कर दी है।कई जिलों में कलेक्टर ने किसान आंदोलन को दृष्टिगत रखते हुए प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की है। आंदोलन से जुड़े आंदोलनकारी नेताओं और अपराधिक लोगों को जरूरत पड़ने पर गिरफ्तारी करने के आदेश भी दिए गए हैं।

अरुण और अजय मंदसौर में
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरुण यादव और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह कल मंदसौर पहुंच रहे हैं।मंदसौर में 5 किसानों की मौत होने तथा 4 किसानों के गंभीर रूप से घायलों को लेकर वह मंदसौर और नीमच में आंदोलनकारियों से भी चर्चा करेंगे।मृतकों के परिवारों से मिलकर संवेदना व्यक्त करेंगे।सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदसौर की जो स्थिति है ,उसको देखते हुए जिला प्रशासन शायद ही उन्हें अनुमति दे , इसको लेकर अटकलों का दौर चल रहा है। कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता का कहना है कि दोनों नेता कल वहां स्थिति का जायजा लेने पहुंच रहे हैं।

नाथ और सिंधिया ने की निंदा
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता कमलनाथ और पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी की निंदा की है। उन्होंने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक परिवारों और घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
विधायकों की समिति गठित
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने विधायकों की एक कमेटी गठित की है। यह समिति मंदसौर, नीमच, इंदौर इत्यादि स्थानों पर जाकर आंदोलन के दौरान हुई घटनाओं की जांच करेगी। यह कमेटी आंदोलनकारियों से भी मिलकर चर्चा करेगी, और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

बड़ा सवाल : फायरिंग किसने की, पुलिस या सीआरपीएफ जवानों ने?
-मुख्यमंत्री ने दिए न्यायिक जांच के दिए आदेश
– हक मांगने पर मिलती है अन्नदाता को गोली : राहुल
– सीएम हाउस मे आपात बैठक, सभी मंत्रि शालि
– नीमच पूरी तरह, मंदसौर में कफ्र्यू, इंटरनेट बंद, इंदौर में लाठीचार्ज
– मंदसौर जिला पंचायत उपाध्यक्ष समेत तीन पर मामला दर्ज
– किसानों को गुमराह करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी : शिवराज
– राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने सात जून को प्रदेश बंद का आह्वान किया
– मंदसौर की पुलिस चौकी में लगाई आग
-मारे गए किसानों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की मदद देगी सरकार
-रतलाम में धारा 144 लागू
-भारी बल तैनात, सीआरपीएफ के जवानों के हवाले सुरक्षा

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