मेडिकल कालेज सिर्फ कमलनाथ की देन : गंगा तिवारी

छिंदवाड़ा,जिला सहित संपूर्ण प्रदेश की जनता इस बात की गवाह है कि छिंदवाड़ा मेडिकल कालेज के निर्माण एवं उसके निर्माण के लिये तत्कालीन कांग्रेसनीत केंद्र सरकार से वित्तीय स्वीकृति जिले के सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने दिलवायी है परंतु हमेशा की तरह श्रेय की राजनीति मे उलझी भाजपा इसे अपनी उपलब्धि बताकर एक बार फिर जनता को गुमराह कर रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान द्वारा २ बार मेडिकल कालेज का भूमिपूजन का कार्यक्रम अचानक निरस्त करना भी इस बात का गवाह है कि वे भी इस सच्चाई से परिचित है कि मेडिकल कालेज सिर्फ और सिर्फ सांसद कमलनाथ की देन है परंतु भाजपा अपनी रीति-नीति के अनुसार इसे नगरीय निकाय चुनाव एवं आगामी विधान सभा चुनावों के पूर्व भुनाना चाहती है। उक्त बातें राजीव भवन मे आयोजित एक पत्रकार वार्ता मे व्यक्त करते हुये जिला कांग्रेस अध्यक्ष गंगाप्रसाद तिवारी ने व्यक्त करते हुये कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा स्वीकृति के उपरांत कमलनाथ लगातार मेडिकल कालेज के शीघ्र निर्माण के लिये प्रयासरत रहे परंतु प्रदेश की सत्ता मे काबिज भाजपा सरकार ने श्रेय की राजनीति में उलझकर इस जनरक्षक योजना को ठंडे बस्ते मे डाला रखा। इस बीच अनेक सामाजिक एवं छात्र संगठनों सहित मीडिया, सोशल मीडिया ने अपनी आवाज बुलंद की।
:: फरवरी २०१४ मे ही मिल गयी थी स्वीकृति
गंगाप्रसाद तिवारी ने बताया कि केंद्र मे स्थापित कांग्रेसनीत यूपीए सरकार के कार्यकाल मे ही केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय से पत्राचार एवं बैठकों का दौर जारी रहा और १३ फरवरी २०१४ को एक प्रशासनिक पत्र के माध्यम से तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याणमंत्री गुलामनवी आजाद ने छिंदवाड़ा के लिये मेडिकल कालेज की स्वीकृति एवं इसके निर्माण के लिये १९० करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत किये जाने की सूचना कमलनाथ को दी थी। निर्माण लागत की २५ प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा वहन किये जो का उल्लेख भी पत्र मे किया गया था।
:: श्रेय की राजनीति बनी देरी का कारण
उन्होने बताया कि फरवरी २०१४ मे मेडिकल कालेज की स्वीकृति मिलते ही भाजपा ने श्रेय को मुद्दा बना लिया और छिंदवाड़ा मे खोले जाने वाले मेडिकल कालेज दिसंबर १४ में सिवनी के लिये हस्तांतरित किये जाने के प्रयास किये गये, जिसका सभी वर्ग ने विरोध किया। कांग्रेस विधायकों ने सीएम से मुलाकात की, मेडिकल कालेज के सिवनी स्थानांतरण के विरोध मे कांग्रेसियो ने १७ दिसंबर १४ को छिंदवाड़ा बंद भी रखा। केवल कांग्रेस ही नही अपितु सभी सामाजिक संगठनों ने मेडिकल कालेज के सिवनी स्थानांतरण का विरोध करते हुये कांग्रेस का साथ दिया। कांग्रेस ने राज्य शासन से मांग की कि सिवनी के लिये भी मेडिकल कालेज स्वीकृत किया जाए परंतु छिंदवाड़ा के लिये यथावत रखा जाए।
:: स्वीकृति को मुख्यमंत्री ने कहा था कागज का टुकड़ा
ज्ञात हो कि २३ दिसंबर १४ को अपने छिंदवाड़ा आगमन पर आयोजित जनसभा मे प्रदेश के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री आजाद के पत्र को लेकर कहा था कि कागज का टुकड़ा जारी करने से मेडिकल कालेज नही बनता जिसके प्रतिउत्तर मे कमलनाथ ने कहा था कि इसका श्रेय यूपीए सरकार को है परंतु यदि मुख्यमंत्री मेडिकल कालेज की घोषणा पर श्रेय लेना चाहते हैं तो मुख्यमंत्री की घोषणा से भी मेडिकल कालेज नहीं खुलता है। इसके लिये लगातार प्रयास करने की जरूरत होती है।

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