रायपुर,एक बार फिर से नक्सलियों और पाक समर्थित आतंकियों के बीच परस्पर संबंधों को लेकर कयास लगाए जान लगे हॅैं। पता चला है कि पिछले दिनों सुकमा में नक्सलियों ने 12 सीआरपीएफ जवानों को मारने के लिए आईईडी लगे तीर बमों का उपयोग किया था।
इस तरह परंपरागत तीर-धनुष का उपयोग कर विस्फोट करने के इस नए तरीके से देश के सुरक्षा बलों की नींद उड़ गई है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सुकमा में नक्सलियों ने गश्त कर रहे जवानों पर तीर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस द्वारा चलाए थे,जो अधिक घातक निकले।
इसमें तीर के आगे के हिस्से में डेटोनेटर लगाया गया था। जिससे उसके टकराने मात्र से विस्फोट हो सका। इससे पहले नक्सली जहर लगे तीर चलाया करत थे पर अबकि उन्होंने नए तरीके से विस्फोट किया। इतना ही नहीं उनकी ओर से लैंडमाइंस का विस्फोट भी कराया गया। जिससे जबावी कार्रवाई का ठिकाना ढूंढ रहे जवानों को बचने तक का समय नहीं मिल पाया।
सुकमा में नक्सलियों ने चलाए आईईडी लगे तीर
