भोपाल, राज्य के चार स्थानों इंदौर,भोपाल,शहड़ोल एवं जबलपुर में अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं क ी पढ़ाई के लिए गुरूकुलम विद्यालय खुलेंंगे. इनमें पढ़ाई सीबीएसई पाठ्यक्रम के मुताबिक कराई जाएगी. स्कूल इसी साल 1 अप्रैल से विद्यालय शुरू होंगे.
दरअसल प्रदेश में कई ऐसे जिले हैं, जहां पर आदिवासी बाहुल्य है. यहां पर आदिवासी वर्ग के छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए एकलव्य विद्यालयों के अलावा शासकीय विद्यालय संचालित हैं, जिनका संचालन आदिमजाति कल्याण विभाग द्वारा किया जा रहा है, लेकिन प्रदेश में अभी तक एक भी जिले में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए सीबीएसई स्कूल नहीं है. दिन प्रतिदिन बढ़ते कॉम्पटिशन व उन्हें आगे बढ़ाने के उद्देश्य से सीबीएसई स्कूल खोले जाने की बात सामने आई थी. इसी को देखते हुए आदिमजाति कल्याण विभाग ने संभागीय मुख्यालयों पर विद्यालय शुरू करने के लिए तैयारियां की है.
एैसी होंगी कक्षाएं
गुरूकुलम विद्यालयों में कक्षा 6 से 12वीं तक पढ़ाई होगी. इस वर्ष पहला शिक्षण सत्र होने की वजह से केवल 6वीं की कक्षाएं प्रारंभ की जाएगी, साथ ही छात्र हिंदी व अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे. इसके साथ ही प्रतिवर्ष कक्षाओं में वृद्वि की जाएगी. दोनों माध्यम से कक्षा संचालन हेतु सीबीएसई को निर्धारित प्रपत्र में कक्षा 6वीं प्रारंभ करने की सूचना दी गई है. वहीं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह भी तैयारी जोर से चल रही है कि कक्षा 9वीं में भी इस शैक्षणिक सत्र से प्रवेश दिया जाए, अगर कोई दिक्कत नहीं आई तो कक्षा 9वीं में भी प्रवेश के लिए आवेदन मंगाए जाएंगे.
मिलेंगे 42 हजार रूपए
एकलव्य आर्दश विद्यालय के अनुरूप प्रति विद्यार्थी 42 हजार रूपए स्वीकृत किए जाएंगे. योजना के नियंत्रण एवं मॉनीटरिंग के लिए संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में समिति गठित होगी, जिसके सदस्य विद्यालय के प्राचार्य रहेंगे.