रायपुर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल द्वारा कार्यवाई के लिए तय की गई डेडलाइन से पहले आज सरकार ने कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज के मामले में एएसपी नीरज चंद्राकार कार्रवाई करते हुए उन्हें बिलासपुर से हटा दिया है, चंद्राकर पर आरोप था कि उन्होंने कांग्रेस भवन में घुसकर कांग्रेसियों पर लाठीचार्ज करवाया था और पत्रकारों से दुर्व्यवहार भी किया था,इस लाठीचार्ज में कांग्रेस के पदाधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे,वहीं इस मामले पर राजनीतिक तूल पकड़ते ही मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सूरजपुर में पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह जानकारी दी।
अभी इस मामले की दंडाधिकारी जांच करने वाले थे,वहीं इस घटना को लेकर कांग्रेसियों ने सवाल उठाते हुए अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। साथ ही पत्रकारों ने भी आईजी प्रदीप गुप्ता से चंद्राकर के द्वारा मीडिया से किए गए दुर्व्यवहार पर सख्त ऐतराज जताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए उन्हें बिलासपुर से ही हटाने की बात कह डाली थी। अंततः सरकार ने नीरज को बिलासपुर के एएसपी के पद से हटाकर पीएचक्यू रायपुर अटैैैचकर दिया
गौरतलब है कि पूरा मामला 18 सितंबर का है जब कांग्रेसी मंत्री अमर अग्रवाल के बंगले में कचरा फेंक कर आ गए थे, इस पर चंद्राकर ने लाठी चार्ज का आदेश दिया जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेसियों को जमकर पीट दिया साथ ही मीडिया से बदसलूकी की, इससे नाराज कांग्रेसियों की ने अगले सिविल लाइन थाने का घेराव कर दिया जिसका व्यापक असर देखा गया। मामला बढ़ते देख मुख्यमंत्री ने दंडाधिकारी जांच के आदेश दिए,लेकिन शहर में बिगड़ते माहौल को देखते हुए बिलासपुर के एडिशनल एसपी नीरज चंद्राकर को वहां से हटाकर पीएचक्यू अटैच कर दिया गया है।