अहमदाबाद, बिटकॉइन केस में महाराष्ट्र के धुलिया से गिरफ्तार भाजपा के पूर्व विधायक नलीन कोटडिया को आज अदालत ने 7 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया. सीआईडी क्राइम ने नलीन कोटडिया को अदालत में पेश कर 10 दिनों की रिमांड मांगी थी.
बिटकॉइन केस में पिछले काफी समय से फरार नलीन कोटडिया को अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने महाराष्ट्र के धुलिया से गिरफ्तार कर गुजरात सीआईडी क्राइम के हवाले किया था. सीआईडी क्राइम ने आज नलीन कोटडिया को अदालत में पेश कर 10 दिनों के रिमांड की मांग करते हुए कहा कि शैलेष भट्ट के अपहरण से पहले मामले के आरोपी किरीट पालडिया और केतन पटेल के साथ कई दफा बातचीत और फोन किए थे. इस संदर्भ में कोटडिया से पूछताछ करनी जरूरी है. इसके अलावा जतीन पटेल नामक आरोपी अब भी फरार है, जिसकी तलाश भी पूछताछ करनी है. इस मामले में नलीन कोटडिया को मिले रु. 25 लाख उन्होंने आंगडिया के जरिए अपने संबंधी को भेजे थो, जिसे सीआईडी क्राइम बरामद कर लिया है. परंतु उनके हिस्से में आई अन्य रकम या उन्हें मिले अन्य लाभ के बारे में भी कोटडिया से पूछताछ जरूरी है. नलीन कोटडिया दो मोबाइल उपयोग करते हैं, लेकिन गिरफ्तारी के दौरान उनके पास से केवल एक मोबाइल मिला है, दूसरा फोन बरामद करने के वक्त उनकी मौजूदगी जरूरी बताते हुए सीआईडी क्राइम ने कोटडिया की 10 दिन की पुलिस कस्टडी मंजूर करने की अदालत से गुजारीश की थी.
दूसरी ओर नलीन कोटडिया ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि बिटकॉइन केस में मुझे फंसाया गया है| मामले के शिकायतकर्ता शैलेष भट्ट समेत उद्योगपतियों और नेताओं की जानकारी मेरे पास है और इस वजह से मेरी हत्या की साजिश रची गई थी. जिससे बचने के लिए फरार हो गया था| कोटडिया ने कहा कि वह वकील करना चाहते हैं, लेकिन पुलिस ने उन्हें फोन करने तक की अनुमति नहीं दी. कोटडिया ने कहा कि वह डायाबिटिश और ब्लड प्रेसर की बीमारी से ग्रस्त हैं इसलिए उन्हें पुलिस रिमांड पर न दिया जाए.