हाजीपुर, बिहार में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम और पटना के आसरा होम के बाद ताजा मामले में पुलिस ने हाजीपुर के अल्पवास गृह के प्रमुख कार्यकर्ता मनमोहन प्रसाद को शेल्टर होम की लड़कियों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया है।
20 जुलाई को शेल्टर होम की लड़कियों द्वारा मनमोहन पर लगाए गए आरोप पुलिस की जांच में सही पाए गए जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर किया।
युवतियों की शिकायत के अनुसार, मनमोहन अक्सर शेल्टर होम आता था और लड़कियों के साथ जबरन अश्लील हरकतें करता था। पुलिस के सूत्रों के अनुसार, निरीक्षण के नाम पर वह शेल्टर होम आकर लड़कियों से पीठ, पैर और बांहों की मसाज करने को कहा था। पुलिस सूत्रों ने बताया, अगर लड़कियां इसके खिलाफ किसी से शिकायत की कोशिश करतीं तो वह उन्हें मारता-पीटता था। ज्ञात रहे कि टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) ने अपनी रिपोर्ट में बिहार के 14 शेल्टर होम में आश्रय लेने वाली लड़कियों और लड़कों के साथ यौन उत्पीड़न और मार-पिटाई की बात कही थी। सभी 110 शेल्टर होम के 100 पेज की ऑडिट रिपोर्ट में टीआईएसएस ने खासकर मोतिहारी, मुंगेर, गया, अररिया और पटना के शेल्टर होम में बदसलूकी का खास जिक्र किया था।
रिपोर्ट के अनुसार, 14 शेल्टर होम में प्लास्टिक बॉटल में पेशाब मिला, क्योंकि रात में बच्चों को ताले में बंद कर दिया जाता था। मोतिहारी में लोगों को मोटे पाइप से पीटा गया। मुंगेर में बच्चों को जेल जैसे रखा गया। गया में बच्चियों से अश्लील बातें लिखवाई गईं। अररिया में बच्चों को पुलिसवालों ने पीटा। पटना में दवाएं और कपड़ों का अभाव था।