इंजीनियरिंग स्नातक था खुर्शीद,आतंकी बनने के दो दिन बाद ही सुरक्षाबलों ने किया ढेर

श्रीनगर,जम्मू-कश्मीर,घाटी में आतंकवादियों ने युवाओं को भ्रमित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। बारामुला जिला स्थित सोपोर के डुरसू गांव में एनकाउंटर के दौरान खुर्शीद मलिक और रेयाज अहमद नाम के दो आंतकी मारे गए। खुर्शीद मलिक इंजीनियरिंग में स्नातक था और दो दिन पहले ही आंतकियों के साथ शामिल हुआ था। मलिक के परिजनों के मुताबिक, हिजबुल मुजाहिदीन कमांडर समीर टाइगर को मार गिराए जाने का एक वीडियो देखने के बाद वह अल बद्र में जाने के लिए प्रोत्साहित हुआ। मलिक की चाची ने मलिक को समीर के बारे में बताया कि, वह शहीद हुआ है और कश्मीर के लिए आखिरी तक लड़ा। सुरक्षाबलों को जानकारी मिली कि मलिक और अहमद, डूसरू गांव में छिपे हैं, जिसके बाद घेराबंदी की गई। इस दौरान परिजन भी आ गए और दोनों युवकों से सरेंडर करने को कहा, लेकिन वह नहीं माने। इसके बाद हुई मुठभेड़ दोनों आतंकी मार गिराए गए। 26 वर्षीय मलिक ने बीते साल जम्मू कॉलेज से बीटेक पास किया था। उसने गेट की परीक्षा भी क्वालिफाई की थी। इसके साथ ही इसी साल 24 जून को वह जम्मू-कश्मीर पुलिस के टेलिकॉम विंग और एग्जीक्यूटिव विंग में सब इंस्पेक्टर पद के लिए कराए गए रिटेन टेस्ट में भी शामिल हुआ था।
परिजनों के अनुसार, आंसर-की के मुताबिक खुर्शीद ने एग्जीक्यूटिव विंग की परीक्षा में 120 में से 84 और टेलिकॉम विंग की परीक्षा में 100 में से 64 अंक हासिल किए थे। उन्होंने कहा कि खुर्शीद पढ़ने में अच्छा था और उसने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में अच्छे अंक हासिल किए थे। मलिक के चचेरे भाई के मुताबिक वह 31 जुलाई को घर छोड़ कर गया और हमें बताया कि केएएस (कश्मीर प्रशासनिक सेवा) के लिए फॉर्म जमा करने जा रहा है। हमें पता चला है कि उसने ऑनलाइन फॉर्म सबमिट कर दिया था। हालांकि, तब से वह वापस नहीं आया और उसका फोन भी बंद था। हमने पुलिस को गुरुवार को सूचना दी। खुर्शीद के पिता एक सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी हैं।

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