जबलपुर, मुख्य रेलवे स्टेशन पर यात्री ट्रेनों में पानी भरने के लिये बनाए गये एप्रॉन इन दिनों धोबी घाट बन गये हैं। यहां जमाने के लोग आकर इटारसी और कटनी छोर पर न केवल नहा-धो रहे हैं बल्कि कपड़े धो रह हैं। वहीं आवारा कुत्तों का झुंड और अर्धनग्न विक्षिप्त, यात्रियों को डरा-धमका रहे हैं। मजे की बात तो यह है कि जिम्मेदार अधिकारी और सुरक्षा कर्मी रोज इस तरह के दृश्य देखते हैं और आंखें बंद कर लेते है। उन पर कार्यवाही करने की हिम्मत कोई नहीं दिखा पा रहा है। दरअसर एप्रॉन स्टेशन के अवैध वैंडरों और फेरी लगाकर सामान बेचने वालों का एक तरह से ठीहा बन गया है। ऐसे में रेलवी की सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हैं न मजे की बात कि मुख्य रेलवे स्टेशन वाशिंग एप्रॉन ऐसी जगह है कोई भी बिना रोक-टोक रह सकता है। उन्हें नहाने और कपड़े धोने के लिये पानी प्रâी मिलता है। पंखे के नीचे आराम करना प्रâी, सामान रखने के लिये जगह प्रâी, अनाधिकृत रूप से फेरी लगाकर यात्री ट्रेनों में खाना-पान सामग्री बेचना प्रâी, नजर चुराकर यात्रियों के मोबाईल और सामान चोरी करना वो भी प्रâी। एक छत के नीचे इस तरह की व्यवस्था मिलने से कई लोग लंबे समय से यहां डेरा डाले हुए हैं।
कमोवेश यही हालत यात्री प्रतिक्षालय और वेटिंग रूम की है जहां एसी और स्लीपर टिकिटधारियों को न बैठने मिल पाता है न आराम करने। यात्रियों की जगह पर खानाबदोशों का डेरा जमा रहता है और वे मस्ती करते रहते हैं लेकिन उनकी तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता। यात्री परेशान होते रहते हैं।