टीकमगढ़, डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है, लेकिन यहां एक मामला सामने आया है जहां डॉक्टर हैवान बन गए। डॉक्टरों की अमानवीयता का शिकार हुई एक गर्भवती महिला की मौत हो गई, जबकि उसके गर्भ में पल रहे बच्चे ने भी दम तोड़ दिया। मामला मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ जिला अस्पताल का है। ग्राम हीरानगर निवासी 30 वर्षीय महिला कमला अहिरवार अपने पति मनीराम के साथ रविवार सुबह 6 बजे प्रसव कराने जिला अस्पताल पहुंची। यहां पर अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं इसलिए पर्चा नहीं बनेगा। करीब दो घंटे तक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा से कराहती रही। परिजन डॉक्टरों से मिन्नत करते रहे, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। कुछ घंटे बाद जब बाहर से आए एक अन्य डॉक्टर ने महिला का इलाज प्रारंभ किया तब तक देर हो चुकी थी। सही समय में इलाज न मिलने से महिला की मौत हो गई, जबकि उसके गर्भ में पल रहे नवजात ने भी दम तोड़ दिया। मृतका के परिजनों ने दोनों मौतों का जिम्मेदार अस्पताल को बताया है।
डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द होंगे
डॉक्टरों द्वारा अचानक इस्तीफे देकर अवकाश पर जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मेडीकल काउंसिल ऑफ इंडिया डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द कर सकती है।
कलेक्टर बोले- सरकारी समय में निजी प्रेक्टिस न करें तो…
21 डॉक्टरों ने दे दिया सामूहिक त्यागपत्र
गौरतलब है कि टीकमगढ़ कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल को शिकायत मिली थी कि डॉक्टर ड्यूटी टाइम में अपने क्लीनिक पर रहते हैं। शुक्रवार कलेक्टर व राजस्व विभाग की टीम ने डॉक्टर विकाश जैन की पैथालॉजी सहित डॉक्टर अमित शुक्ला के निवास पर छापा मारा था। अपनी जांच में डॉ. अमित शुक्ला और विकास जैन सरकारी अस्पताल में काम के समय अपने निजी क्लिनिक में इलाज करते पाए गये। इस पर कार्रवाई करते हुए अग्रवाल ने दोनों के क्लीनिक को सील कर दिया था। कलेक्टर द्वारा की गई यह अच्छी कार्रवाई डॉक्टरों से नहीं पची और सभी डॉक्टर आरोपी डॉक्टरोंं के पक्ष में खड़े हो गए और सामूहिक इस्तीफा दे दिया।
जनता बोली- कलेक्टर ने सहीं कार्रवाई की
टीकमगढ़ के लोगों ने कहा कि कलेक्टर अग्रवाल ने डॉक्टरों पर सही कार्रवाई की है। यह डॉक्टर अस्पताल में सेवा देने की बजाए अपने घर में क्लिनिक चलाकर मरीजों से धोखा कर रहे हैं।
कलेक्टर बोले- दोषियों पर कार्रवाई होगी
ईएमएस से बातचीत करते हुए कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल ने कहा कि महिला की मौत का मामला सामने आया है। यह दुखद घटना है। हम जांच करवा रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि दो डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई के लिए कमिश्नर को लिखा है। अस्पताल में 11 डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं।