बेंगलुरु,कर्नाटक के चित्रदुर्ग की जिला अदालत ने एक मामले की सुनवाई करते हुए केवल 11 दिनों में फैसला सुनाते हुए इतिहास बना डाला। चित्रदुर्ग ज़िले के चल्लाकेरे में 75 साल के एक आदमी ने 65 साल की अपनी बीवी की हत्या कर दी थी। दोषी चेन्नाबसैया को अदालत ने उम्रकैद की सज़ा सुनाई। दरअसल चेन्नाबसैया को बीवी पुत्तम्मा पर शक था कि उसके औरों से अवैध संबंध हैं। इसी वजह से उसने घर में सभी के आने-जाने पर भी रोक लगा रखी थी। 26 जून की शाम जब वह घर पर नहीं था तो उसके कुछ रिश्तेदार घर आ गए। जब उसे इस बात का पता चला तो वह आग बबूला हो गया। इसके अगले दिन 27 तारीख को तड़के कहासुनी के बाद गुस्से में उसने बीवी पुत्तम्मा की हत्या कर दी।
पड़ोसियों ने घर से शोर सुनकर पुलिस को सूचना दी। शुरू में चेन्नम्मा वह हत्या की बात से इनकार करता रहा, लेकिन बाद में जब पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया। 29 जून को मामले में चार्जशीट फाइल की गई। पुलिस के साथ-साथ दूसरी एजेंसियों ने भी केस को हल करने में काफी मदद की। कर्नाटक की फोरेंसिक लैब ने सिर्फ एक दिन में ही अपनी रिपोर्ट अदालत में दाखिल कर दी और कोर्ट ने 7 जुलाई को दोषी चेन्नाबसैया को उम्रकैद की सज़ा सुना दी। चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक श्रीनिवास जोशी ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं कि इतने कम समय में पीड़ित को न्याय मिल सका।