झारखंड बंद रहा असरदार,१५ हजार बंद समर्थक गिरफ्तार फिर रिहा

रांची,भूमि अधिग्रण संशोधन विधेयक के खिलाफ संपूर्ण विपक्ष और कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा आहूत एकदिवसीय झारखंड बंद का गुरुवार को राजधानी रांची समेत राज्यभर के विभिन्न मिलों में खासा असर देखने को मिला। इस दौरान राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में करीब पंद्रह हजार बंद समर्थकों को गिरफ्तार किया गया और दोपहर बाद सभी को निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
बंद के समर्थन में सड़क पर उतरे जिन प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार किया गया है, उनमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार,कांग्रेस विधायक दल के नेता विधायक सुखदेव भगत, झाविमो विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, पूर्व मंत्री बंधु तिर्की, केएन त्रिपाठी, पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप यादव, राजद की प्रदेश अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी, मासस विधायक अरुप चटर्जी , भाकपा के पूर्व राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, विधायक मनोज यादव, नलिन सोरेन, पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता, हाजी हुसैन अंसारी, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी, विधायक बादल पत्रलेख समेत अन्य नेता शामिल है। सभी बंद समर्थकों को शाम चार बजे के बाद निजी मुचलके पर रिहा कर दिये जाने की संभावना है।
राजधानी रांची में अल्बर्ट एक्का चौक के निकट नेता प्रतिपक्ष सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को पार्टी कार्यकर्त्ताओं के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले समर्थकों के साथ आये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार को गिरफ्तारि कया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मुख्यमंत्री सह झारखंड विकास मोर्चा प्रमुख बाबूलाल मरांडी और विधायक प्रदीप यादव समेत सैकड़ों पार्टी कार्यकर्त्ता डिबडीह स्थित पार्टी कार्यालय से रैली निकालते हुए सुजाता चौक पहुंचे,जहां पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर मोरहाबादी में बनाये गये कैंप जेल भेज दिया। बंद के आह्वान के कारण शहर की अधिकांश दुकानें एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानें बंद रही। वहीं अधिकांश निजी स्कूलों द्वारा पहले ही एहतियात के तौर पर शिक्षण संस्थान को बंद रखने की घोषणा कर रखी थी। हालांकि सरकारी कार्यालय ,बैंक और सार्वजनिक प्रतिष्ठान खुले रहे, लेकिन उपस्थिति प्रभावित हुई। शहर में सड़कों पर आवागमन भी सामान्य रहा, लेकिन लंबी की बसों का परिचालन बाधित रहा।

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