चारों जवान की सकुशल रिहाई के साथ हथियार भी बरामद

रांची, सांसद कड़िया मुंडा के आवास से अपहृत तीन पुलिस कर्मी विनोद केरकेट्टा, सियोन सुरीन और सुबोध कुमार के अलावा जवान नागेंद्र कुमार सिंह को पुलिस ने सकुशल मुक्त करा लिया है, वहीं जवानों की रिहाई के बाद पुलिस ने इलाके में चलाये गये सर्च ऑपरेशन के दौरान तीनों इंसास रायफल, मैगजीन और वर्दी भी घाघरा गांव से बरामद लिया है। हथियार को गांव के बाहर पुआल में छिपाकर रखा गया था। इसके अलावा पुलिस द्वारा भारी मात्रा में पोस्ता भी बरामद किया है।
पुलिस महानिरीक्षक नवीन कुमार सिंह ने खूंटी में शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि चारों जवानों को सइको थाना क्षेत्र से मुक्त कराया गया है। उन्होंने बताया कि शुरु में तीन जवानों के अपहरण की बातें सामने आयी थी, चौथे जवान नागेंद्र कुमार सिंह की तबीयत खराब होने के कारण पानी पीने के लिए सांसद के आवास चला गया था, इसी दौरान सांसद आवास के समीप पत्थलगड़ी समर्थकों के साथ पुलिस की झड़प हो गयी और नागेंद्र सिंह को भी पत्थलगड़ी समर्थक अपने साथ ले गये और प्रदर्शनकारियों ने ही तीन जवान को कब्जे में रखने की बात की थी, जिसके कारण पुलिस को भी चौथे जवान के अपहरण की जानकारी पहले नहीं हो सकी। आईजी ने बताया कि जवानों की रिहाई हो गयी है, लेकिन असामाजिक तत्वों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
आईजी ने बताया कि पुलिस के दबाव के कारण पत्थलगड़ी समर्थक घबरा गये और शुक्रवार सुबह चारों जवान को मुक्त कर दिया। उन्हें साइको थाना क्षेत्र के उलिहातू मार्ग में पीड़ीटोली के पास शुक्रवार को सुबह तीन बजे मुक्त किया । चारों जवान चार किमी पैदल चलकर साढ़े तीन बजे साइको थाना पहुंचे, उस वक्त थाना में संतरी के रुप में तैनात जवान सुभित कुजूर ने छत से चार लोगों को आगे देखा और जब टार्च मारी, तो चारों ने हाथ उठा दिया और आगे बढ़ते रहे और उनलोगों ने अपनी पहचान बतायी, जिसके बाद थाना का गेट खोला गया और उन्हें बैठाया गया। बाद में वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी गयी। मुक्त जवानों ने बताया कि उन्हें 10-15 लोग आंख में पट्टी बांधकर उलिहातू रोड में लाकर छोड़ दिया और उन्हें बताया कि तीन-चार किमी आगे साइको थाना है,वहां जाकर सकुशल वापसी की जानकारी दे देना। जवानों को पत्थलगड़ी समर्थक आंखों में पट्टी बांध कर ले जाते थे।
गौरतलब है कि कि पत्थलगड़ी से जुड़े कुछ आसामाजिक तत्वों की धर-पकड़ के लिए सुरक्षाकर्मी घाघरा गांव गए थे। भारी संख्या में मौजूद आंदोलनकारियों और कुछ समाजविरोधी तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया था और जवाब में पुलिस को आंसू गैस और लाठीचार्ज करना पड़ा था। पत्थलगड़ी समर्थकों ने वापस लौटकर सांसद कड़िया मुण्डा के तीन सुरक्षाकर्मियों और जिला पुलिस के एक जवान को अगवा कर लिया था।
इस बीच पुलिस महानिदेशक डी.के. पाण्डेय और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिरीक्षक आशीष बत्रा ने सुरक्षाकर्मियों की सकुशल रिहायी पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कुछ समाज विरोधी तत्व जनजातियों को बहकाने का प्रयास करते रहे हैं।

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