नोटबंदी के बाद अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में जमा हुए 745 करोड़,अमित शाह हैं इस बैंक के संचालक और पूर्व अध्यक्ष

नई दिल्ली,कांग्रेस प्रवक्ता ने आज पत्रकार वार्ता में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं कांग्रेस प्रवक्ता ने नोटबंदी के दौरान सबसे ज्यादा 500 और 1000 के सबसे ज्यादा प्रतिबंधित नोट अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में जमा होने की बात कही है। 9 नवंबर से 14 नवंबर के बीच 745 करोड रुपए के प्रतिबंधित नोट अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में जमा हुए। इस बैंक के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह और जिस समय नोट जमा हुए उस समय भी वह बैंक के संचालक थे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने गुजरात राज्य के 11 जिला सहकारी बैंकों का उल्लेख किया। इन 11 बैंकों में 3118 करोड़ रुपया 5 दिनों में जमा हुआ।कांग्रेस प्रवक्ता रणजीत सूरजेवाला ने कहा कि देश के 370 जिला सहकारी बैंकों में अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक में 745 करोड़ और भाजपा शासित राज्यों के सहकारी बैंकों में 14300 करोड़ जमा हुए हैं। इन सभी बैंकों में भाजपा के पदाधिकारी हैं।
उसमें अहमदाबाद और राजकोट जिला सहकारी बैंक के ऊपर जमकर निशाना साधा।राजकोट जिला सहकारी बैंक में जिसके अध्यक्ष गुजरात मंत्रिमंडल के कैबिनेट मंत्री जयेश भाई विट्ठल भाई रडाडिया है।राजकोट जिला सहकारी बैंक में भी 5 दिनों के अंदर हजारों करोड़ प्रतिबंधित नोट जमा करने की बात कांग्रेस प्रवक्ता ने कही है।
सूचना अधिकार कानून के तहत मनोरंजन एस राय ने यह जानकारी प्राप्त की है। उसी जानकारी के आधार पर कांग्रेस प्रवक्ता ने आज पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया है, कि नोटबंदी के चलते भाजपा नेताओं ने अपनी कालेधन को सफेद धन में परिवर्तित करने का काम किया है। गुजरात के विभिन्न जिला सहकारी बैंकों में नोटबंदी के 5 दिन के अंदर 3118 रुपए के प्रतिबंधित नोट जमा हुए है। जिन बैंकों में प्रतिबंधित नोट जमा हुए हैं उन सभी में भारतीय जनता पार्टी के प्रभावशाली नेता अध्यक्ष अथवा संचालक पद पर थे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के माध्यम से केंद्र सरकार ने भाजपा नेताओं और उद्योगपतियों के काले धन को सफेद धन में परिवर्तित करने के लिए नोटबंदी लागू की थी।यह जानकारी लगभग 19 माह बाद सूचना अधिकार के तहत सार्वजनिक हुई है ।उन्होंने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष को कटघरे में खड़ा करते हुए इसका जवाब मांगा है। आरटीआई कार्यकर्ता को सूचना अधिकार कानून में यह जानकारी मुख्य महाप्रबंधक अपीलीय प्राधिकारी और राष्ट्रीय कृषि तथा ग्रामीण विकास बैंक द्वारा उपलब्ध कराई गई है।इस जानकारी के सार्वजनिक होने के बाद एक बार फिर नोटबंदी को लेकर कांग्रेस बड़े आक्रमक तेवर में सामने आई है।

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