नई दिल्ली, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे करीबी सहयोगी माना जाता है। दोनों के बीच के सामंजस्य की भी तारीफ की जाती है। वर्तमान में भाजपा की सफलता के पीछे इस जोड़ी का ही हाथ माना जाता है। लेकिन,इसके उल्टे रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) के पूर्व प्रमुख एएस. दुलत ने पीएम मोदी और अमित शाह को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। इंटरव्यू में दुलत ने कहा कि नरेंद्र मोदी बीजेपी प्रमुख अमित शाह पर भी भरोसा नहीं करते हैं। उन्होंने कहा, नरेंद्र मोदी और अजीत डोभाल (राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) एक-दूसरे के लिए ही बने हैं,इसकारण उनके लिए साथ में काम करना बेहद आसान हो जाता है। दोनों के व्यक्तित्व में काफी समानताएं हैं। मोदी किसी पर भी भरोसा नहीं करते हैं…अमित शाह पर भी नहीं। डोभाल भी किसी पर भरोसा नहीं करते हैं। उन्हें अपनी छाया पर भी विश्वास नहीं होता है। दुलत और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख मोहम्मद असद दुर्रानी ने साथ मिलकर किताब लिखी है।
रॉ के पूर्व प्रमुख दुलत ने पाकिस्तान को अजीत डोभाल को आमंत्रित करने की सलाह दी थी। उन्होंने बताया कि निमंत्रण मिलने पर भारतीय एनएसए पाकिस्तान जरूर जाते। दुलत ने कहा, एक बार पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि हमें कैसे पता चलेगा कि न्योता देने पर वह (अजीत डोभाल) इस्लामाबाद आएंगे। पाकिस्तानियों ने कहा कि मान लीजिए उन्हें आमंत्रित किया जाए और वह प्रस्ताव को ठुकरा दें तो…। मेरी समझ में अजीत डोभाल ने इस मुद्दे पर पूछे जाने पर कहा था कि वह पाकिस्तान जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन पाकिस्तान ऐसा साहस दिखा ही नहीं सका। मेरी समझ में यह पाकिस्तान की विफलता है।’ भारत और पाकिस्तान के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों से बेहद तल्ख हैं। द्विपक्षीय संबंधों को पटरी पर लाने की कोशिश के तहत प्रधानमंत्री बिना पूर्व घोषणा के पाकिस्तान पहुंच गए थे। इसके अलावा एनएसए डोभाल भी अपने पाकिस्तानी समकक्ष नासिर जंजुआ से कई बार बात कर चुके हैं। इसके बावजूद पाकिस्तान की ओर से आतंकियों को भेजने और सीमा पर संघर्ष विराम के उल्लंघन की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।