भोपाल,प्रदेश सरकार चुनावी साल में बड़ा दांव खेलने जा रही है। राज्य सरकार गरीबों को 200 रुपए महीने में मनमानी बिजली देने की तैयारी कर रही है। इसकी घोषणा चार महीने पहले ही हो चुकी है। इसके लिए बिजली महकमे और विशेषज्ञों की मदद से जो प्लान तैयार किया गया है, उसका फायदा 2 करोड़ परिवार को मिलना तय माना जा रहा है। इस हिसाब से व्यक्तिगत तौर पर साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिलेगा। गौरतलब है कि प्रदेश की कुल जनसंख्या लगभग साढ़े सात करोड़ है। दो करोड़ परिवारों को 200 रुपए में बिजली देने के सरकार के फैसले से प्रदेश की आधी से अधिक आबादी को फायदा मिलेगा। बिजली को लेकर पिछले चार साल से लोगों की शिकायतें झेल रही सरकार चुनावी साल के अंतिम छह महीनों में लोगों को भारी रियायतें देकर दोबारा सत्ता वापसी के प्रयास में जुटी है। इसी के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 200 रुपए के फ्लैट रेट में बिजली देने का फैसला लेने के बाद अब यह घोषणा भी की गई है कि गांवों में विद्युत ट्रांसफार्मर जल जाने पर उसे बिजली कम्पनी तक पहुंचाने में लगने वाली किराए का भुगतान अब किसान नहीं करेंगे।
राज्य सरकार ने तय किया है कि 200 रुपए के फ्लैट रेट पर गरीबों को बिजली दी जाएगी। बाद में इसमें असंगठित मजदूरों को भी शामिल किया गया। असंगठित मजदूरों की श्रेणी में वे किसान भी शामिल किए गए हैं जो दो हेक्टेयर से अधिक जमीन के मालिक नहीं हैं। 12 अप्रेल तक ऐसे मजदूरों के रूप में 1.70 करोड़ पंजीयन हो चुके हैं और 20 अप्रेल तक यह आंकड़ा दो करोड़ तक पहुंचना तय माना जा रहा है। इसी में अधिकांश बीपीएल कार्डधारक भी आ जाएंगे। इसके साथ ही सरकार मिल मजदूरों को भी इस श्रेणी में ला रही है जो आंकड़ा दो करोड़ के पार पहुंचा सकती है। सरकार चुनावी वर्ष होने के चलते बिजली के दामों में ज्यादा वृद्धि करने को सहमत नहीं है। इसलिए प्रस्तावित टैरिफ में इस साल उपभोक्ता पर ज्यादा भार आने की संभावना नहीं है। इस संबंध में ऊर्जा मंत्री पारस जैन का कहना है कि 200 रुपए के फ्लैट रेट में बिजली देने की योजना अंतिम दौर में है। इसे मंजूरी के लिए वित्त विभाग में भेजा गया है। इसके बाद इसे कैबिनेट में एप्रूव होने के बाद लागू कर दिया जाएगा। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सबसे अधिक फायदा होगा।