सेहत के लिए खतरनाक होता है जरूरत से ज्यादा नमक

वाशिंगटन, क्या आपने कभी सोचा कि रोजाना आपके खाने में नमक की कितनी मात्रा होनी चाहिए? हम जो खाते हैं, उनमें से ज्यादातर चीजों में कुदरती नमक होता है। जब इनमें अतिरिक्त नमक डाला जाता है, तो यह सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। नॉर्मल सोडियम लेवल हमारे शरीर की कार्यप्रणाली को बेहतर रखता है, जबकि अधिक नमक खाने पर बीमारियों की आशंका बढ़ जाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। नमक की बहुत कम या ज्यादा मात्रा स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। दुनिया की 95 प्रतिशत आबादी रोजाना 7.5 ग्राम से 12.5 ग्राम तक नमक का सेवन करती है। भारत जैसे गर्म देश में लोगों को पसीना काफी आता है, इसलिए यहां लोगों को औसतन छह से 11 ग्राम तक नमक का ही सेवन करना चाहिए। अमेरिकी गाइडलाइंस में वयस्क लोगों को एक दिन में छह ग्राम से कम या फिर एक चम्मच नमक रोजाना खाने की सलाह दी गई है। पश्चिमी देशों की तुलना में भारत में लोग अधिक नमक खाते हैं। ज्यादा नमक का सेवन ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। नमक का ब्लड प्रेशर के मामले में कई लोगों पर कई बार अलग-अलग असर होता है, क्योंकि नमक को लेकर उनकी संवेदनशीलता में अंतर होता है। नमक का मधुमेह से कोई सीधा लेना-देना नहीं है, लेकिन डायबिटिक लोग नमक का सेवन कम कर देते हैं, क्योंकि उन्हें हाई ब्लड प्रेशर होने की आशंका बढ़ जाती है। विशेषज्ञों की मानें तो नमक का सीमित सेवन कर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के साथ ही मायोकॉर्डियल इन्फेक्शन की दर में पांच प्रतिशत की कमी, स्ट्रोक में 13 प्रतिशत और हार्ट फेल होने की आशंका को 17 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। अपनी प्रतिदिन की डायट में नमक का सेवन 1.9-2.5 ग्राम कम करने वाले लोगों में हृदय संबंधी रोगों की आशंका में 25-30 प्रतिशत कम हो जाती है। कई विशेषज्ञों का कहा कि हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट फेल जैसी दो प्रमुख बीमारियां हैं, जिन पर नमक के सेवन का सीधा प्रभाव पड़ता है। ज्यादा नमक खाने से गुर्दे की बीमारी होने की आशंका भी रहती है। हालांकि, कम नमक लेने का मतलब यह नहीं है कि इसे बिल्कुल न खाया जाए। हमारे शरीर को मूत्र और पसीने से निकलने वाले नमक की भरपाई के लिए अतिरिक्त सॉल्ट की जरूरत पड़ती है। चिप्स, बिस्किट और प्रोसेस्ड मीट में काफी नमक होता है, इसलिए इनके साथ नमक के सेवन में कमी करना जरूरी है। खाने में भी नमक की मात्रा घटाई जा सकती है। हम सेब, आम और केला जैसे फलों और गाजर, टमाटर, ककड़ी, गोभी जैसी सब्जियों से भी सोडियम हासिल कर सकते हैं। हमें चीज, दूध जैसे डेयरी प्रॉडक्ट्स और फिश, मीट से भी सोडियम मिल सकता है। जो व्यक्ति नमक की मात्रा कम करना चाहता है, उसे पैकेज्ड फूड से बचना चाहिए।

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