विश्वविद्यालय की गांवों से हो कनेक्टिविटी,गावों को हो ज्ञान का लाभ

देहरादून, गुरूवार को राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने देहरादून में शीशमबाड़ा स्थित सिंहनीवाला गांव का भ्रमण कर वहां उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा किए जाने वाले कार्यों का जायजा लिया। राज्यपाल ने बड़ी संख्या में मौजूद ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों को कुछ गांवों को गोद लेकर वहां जनजागरूकता व विकासात्मक कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे उच्च शिक्षण संस्थानों में मौजूद ज्ञान व तकनीक, किताबों से बाहर निकलकर गांवो के विकास में सहायक होगी। इसके साथ ही काॅलेजों व विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने का अनुभव होगा जो कि उनके व्यक्तित्व विकास व कैरियर में उपयोगी होगा।
राज्यपाल ने मौके पर मौजूद उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय के अधिकारियों को निर्देशित किया कि गांव में पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, स्वच्छता, के संबंध में ग्रामीणों को जागरूक करने के साथ ही उनकी आजीविका के साधन विकसित करने के लिए भी प्रयास करें। राज्यपाल ने गांव के बच्चों के लिए लाईब्रेरी की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। विश्वविद्यालय अपने छात्रों को प्रेरित करे कि सप्ताह में एक दिन अवश्य गांव में आकर काम करें। लगातार कोशिश करें कि किस तरह से गांव व गांव वालों की स्थिति में सुधार लाया जा सकता है।
पद्मश्री डाॅ. अनिल जोशी ने कहा कि राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों को गांवों से जोड़ने की जो पहल की है, उसके सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। इससे जहां विश्वविद्यालयों के ज्ञान-विज्ञान से ग्रामीण लाभान्वित होंगे वही हमारे युवा भी गांव की मिट्टी से जुड़ सकेंगे और वहां की समस्याओं से अवगत होंगे।
राज्यपाल ने इस अवसर पर वृक्षारोपण किया और पाॅल्ट्री फार्म का निरीक्षण भी किया। उन्होंने उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध शिवालिक काॅलेज की लाईब्रेरी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. यू.एस.रावत, डाॅ.अलकनंदा अशोक भी उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *