भोपाल,संगठन चुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अपने नेताओं के सामने दो विकल्प रख रही है। पहले विकल्प में संगठन में पद, दूसरा विकल्प आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट शामिल है। संगठन चुनावों को लेकर ब्लॉक से लेकर जिलास्तर की कमेटियों के लिए मची मारा-मारी के कारण यह फॉर्मूला लागू करने की योजना बनी है। इसे लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिग्गज नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की बैठक हुई। इसे लेकर प्रदेश के अन्य बड़े नेताओं से भी राय-मशविरा किया जाएगा और फिर इसे लागू करने का फैसला होगा। प्रदेश कांग्रेस के संगठन चुनाव में अभी ब्लॉक निर्वाचन अधिकारियों (बीआरओ) की नियुक्ति होना है। इसका फैसला 20 अगस्त को हो जाना था, लेकिन बीआरओ बनाने के लिए बड़े नेताओं के अलावा सांसद-विधायकों ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष यादव दो दिन दिल्ली में डेरा डाले रहे, इसके बाद भी सूची फाइनल नहीं हो सकी। सूत्र बताते हैं कि ब्लॉक निर्वाचन अधिकारियों की सूची के मशक्कत के दौरान एआईसीसी और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के बीच नेताओं की छंटनी के लिए कोई फॉर्मूला बनाने का विचार हुआ। नेताओं ने कहा कि 487 ब्लॉक और 63 जिला अध्यक्ष बनने पर 550 नेताओं को विधानसभा के टिकट से अलग किया जा सकता है। विधानसभा के टिकट की दावेदारी करने वालों को ब्लॉक-जिला अध्यक्ष बनाए जाने का मौका देने का आश्वासन देकर छंटनी की जा सकती है। बताया जाता है कि कांग्रेस संगठन चुनाव कराने वाले प्रदेश निर्वाचन अधिकारी पवन बंसल 28 अगस्त को भोपाल आ रहे हैं। वे डीआरओ और बीआरओ की बैठक लेंगे। ।