नई दिल्ली, पाकिस्तान ने बयान जारी कर कहा है कि कश्मीर के लोगों के हक की बात करने वाले को आतंकवादी बताना ठीक नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान ही अमेरिका ने हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाउद्दीन को ग्लोबल टेररिस्ट यानी अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया था इसके बाद पाक का यह बयान आया है। सलाउद्दीन आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का चीफ है। भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाला सलाउद्दीन का संगठन हिज्बुल कश्मीर समेत पूरे देश में कई बार कायराना हमले करा चुका है। अप्रैल 2014 में जम्मू कश्मीर में हुए बम धमाकों की जिम्मेदारी भी सैयद सलाउद्दीन के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ही ली थी। इस हमले में 17 लोग घायल हुए थे।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सैयद सलाउद्दीन कश्मीर मसले की शांतिपूर्ण समाधान में बाधा पहुंचा रहा है और उसने कश्मीर घाटी को ‘भारतीय सुरक्षाबलों के लिए कब्रगाह’ में तब्दील करने की भी बात कही है। सलाउद्दीन के संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने कश्मीर घाटी में कई आतंकवादी हमलों की जिम्मेदारी ली है। सैयद सलाउद्दीन का वैश्विक आतंकवादी घोषित करने से पाकिस्तान की फजीहत तय है क्योंकि पाकिस्तान की सरपस्ती में ही सैयद सलाउद्दीन और उसका आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन फल फूल रहा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने खबर की पुष्टि करते हुए फैसले का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि इस फैसले से साफ है कि भारत और अमेरिका मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस फैसले से इस बात की पुष्टि होती है कि जम्मू-कश्मीर में जो हालात हैं उसके लिए सीमा पार से हो रहा आतंकवाद जिम्मेदार है।